यहां मंगलवार को जमसं (बच्चा गुट) के नीरज सिंह और भाजपा समर्थकों में हिंसक झड़प हुई थी. 50 राउंड फायरिंग हुई थी. डीआइजी ने बताया कि पुलिस की ओर से दो मामले दर्ज किये गये हैं. एक गोली-बम चलाकर अशांति फैलाने का. इसमें शामिल लोगों को चिह्नित किया जा रहा है. दूसरे मामले में एक गुट के दस लोग पिस्टल के साथ धराये हैं.
उस सिसलिले में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पुलिस को निर्देश दिया गया है कि इन दो मामलों में आरोपियों के खिलाफ दस दिनों के अंदर चार्जशीट कर ट्रायल करा सजा दिलायें ताकि इस तरह की घटना पर अंकुश लगे. उन्होंने कहा कि और मामले जो पीड़ितों की ओर से दर्ज किये जा रहे हैं, उन मामलों की जांच विशेष अनुसंधान टीम बनाकर की जायेगी. यह टीम सिटी एसपी के नेतृत्व में होगी, जिसमें डीएसपी डीएन बंका सहित दो डीएसपी व छह पदाधिकारी शामिल होंगे. जो आरोपी जितना दोषी होगा उसे उसी रूप में सजा दिलायी जायेगी. उपद्रव मचाने वाले के संपर्क में रहकर साजिश रचने वालों को भी पुलिस नहीं बख्शेगी. पहली बार आउटसाेर्सिंग में पिस्टल के साथ लोग पकड़े गये हैं. यह पुलिस की सकारात्मक पहल है. उन्होंने पकड़ने वाले इंस्पेक्टर अशोक डालमिया की सराहना भी की. कहा कि ऐसी भिड़ंत वर्चस्व की लड़ाई को लेकर होती है. इस तरह की घटना से पुलिस बल हमेशा सतर्क रहे और उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई करे.