उनके अभिभावकों को तलब किया है. प्राचार्य डॉ.एसकेएल दास ने बताया कि इस मामले में उक्त छात्राओं के खिलाफ एक्शन में तब आना पड़ा, जब उन्होंने उनके सामने हॉस्टल में मारपीट शुरू कर दी. इससे पहले जूनियर्स को चार सीनियर छात्राओं पर दबाव बनाया कि वे उन्हें नियमित रूप से दंडवत प्रणाम करें. वह जो कहें, उन्हें करना पड़ेगा. छानबीन करने पर पता चला कि उसमें से एक को बिना कॉलेज प्रबंधन की इजाजत के हॉस्टल का लेखा प्रभार संभालने वाले ने पैसा लेकर हॉस्टल के लिए नामांकन ले लिया.
प्राचार्य डॉ दास ने बताया कि कर्मियों के कारण हॉस्टल की अनुशासन व्यवस्था बिगड़ गयी है. अगर यह स्थिति रही तो वह हॉस्टल ही बंद कर देंगे. हॉस्टल के कारण कॉलेज की अनुशासन व्यवस्था नहीं बिगड़ने दी जायेगी. उन्होंने बताया कि हॉस्टल में कई ऐसे स्टूडेंट्स हैं, जो फेल होने के बाद भी जमे हुए हैं. उन्होंने बताया कि अब फाइनल परीक्षा में फेल किसी भी स्टूडेंट्स को हॉस्टल में रहने की इजाजत नहीं होगी.उन्होंने अगले आदेश तक के लिए हॉस्टल में एडमिशन बंद कर दिया है.