धनबाद: सरायढेला स्टील गेट के निकट शनिवार की शाम को नया ट्रांसफॉर्मर लगने के बाद विवाद शुरू हो गया. कोचाकुल्ही ग्रामीणों ने ज्यादा लोड वालों को कनेक्शन देने का विरोध किया, साथ ही कॉमर्शियल क्षेत्रों में उक्त ट्रांसफॉर्मर से लाइन देने पर भी विरोध जताया. ऊर्जा विभाग के लोग पहुंचे तो उनका भी विरोध भी किया.
बाद में पुलिस पहुंची तब कनेक्शन जोड़ा गया. कोचाकुल्ही के ग्रामीणों ने बताया कि 10 दिनों से ट्रांसफॉर्मर जला था. उन्होंने चंदा करके 10 दिनों बाद ट्रांसफाॅर्मर बनवाया. स्टील गेट स्थित कुछ चक्की और दुकानों में लोड ज्यादा है, उनलोगों को नजदीक केे ट्रांसफॉर्मर से भी बिजली मिल जाती है. लोड बढ़ जाने पर ट्रांसफाॅर्मर जल जाता है. यह ट्रांसफॉर्मर सिर्फ कोचा कुल्ही के लिए लगा है. इससे दो सौ घरों में बिजली जलती है. ग्रामीणों ने कहा कि अगर बाकी जगहों की लाइन काटी नहीं गयी तो वे लोग रोड जाम करेंगे. इसके बाद भी बात नहीं बनी तो उग्र आंदोलन करेंगे.
वहीं सरायढेला चेंबर का कहना था कि इसी ट्रांसफॉर्मर से आसपास के सभी लोगों का कनेक्शन है.आरोप है कि जब ट्रांसफॉर्मर लगा तो गांव वालों ने उनका कनेक्शन काट दिया . इधर मामला गरम हुआ तो ऊर्जा विभाग के पदाधिकारियों को सूचना दी गयी. इसके बाद सहायक अभियंता श्याम कुमार एवं कनीय अभियंता सुजीत कुमार की सूचना पर सरायढेला पुलिस पहुंची, तब जाकर वहां दुकानों का कनेक्शन दिया गया.
ग्रामीणों का आरोप गलत : सहायक अभियंता
ऊर्जा विभाग के सहायक अभियंता श्याम कुमार ने बताया कि पहले की तरह ही कनेक्शन दे दिया गया है. ग्रामीणों का अारोप गलत है . इसी ट्रांसफॉर्मर से पहले भी दुकानदारों की लाइन थी. यह आरोप भी गलत है कि ग्रामीणों ने ट्रांसफॉर्मर के लिए चंदा करके पैसे दिये.