जीटी रोड गोलीकांड. बेहतर इलाज के लिए नाजिम को परिजन ले गये दिल्ली
धनबाद : मिशन अस्पताल में नाजिम की सुरक्षा में तैनात एएसआइ सिद्धेश्वर पाठक, जवान राम सुंदर रजवार व सुनील बास्की को सस्पेंड किया गया. उन पर ड्यूटी में लापरवाही का आरोप है. एसपी, ग्रामीण एचपी जनार्दनन ने बताया कि पुलिस अभिरक्षा में तैनात ट्रक मालिक सह ड्राइवर नाजिम को दिल्ली ले जाने के दौरान उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की, न ही पुलिस अधिकारियों को समय पर सूचना दी.
पुलिस की जानकारी में ले गये! : नाजिम के भाई मो. जाकिर के अनुसार उसने शुक्रवार की दोपहर बरवाअड्डा थानेदार के सरकारी मोबाइल पर फोन कर कहा था कि हम उसे दिल्ली ले जा रहे हैं, आप आकर उसका बयान ले लें. तोपचांची थाना प्रभारी ने भी शनिवार की दोपहर जाकिर से बातचीत कर नाजिम के बारे में जानकारी ली थी. जाकिर ने तोपचांची थाना प्रभारी को बताया कि वह अपने गांव होते हुए दिल्ली पहुंचेगा. भाई को गोली लगने से परिवार में सभी परेशान हैं. सभी उन्हें देखना चाहते हैं. इसलिए वह भाई को रविवार को गांव में ही रखेगा. पुलिस का मानना है कि नाजिम को ठीक होने में अभी लंबा समय लग सकता है. नाजिम के इलाज के दौरान जरूरत पड़ने पर दिल्ली में पुलिस की प्रतिनियुक्ति करने की भी तैयारी है.
सीनियर पुलिस अफसरों पर भरोसा : नाजिम के पिता हाजी मो मुर्शिद ने प्रभात खबर को फोन पर बताया कि डॉक्टरों ने कहा कि धनबाद पुलिस की जानकारी में सारा कुछ हो रहा है. दुर्गापुर से दिल्ली के बीच रास्ते में मेरा गांव पड़ता है. नाजिम को गांव में एक दिन रखा हूं और सोमवार को दिल्ली ले जा रहा हूं. उसे दिल्ली के बड़े अस्पताल में भरती करवाउंगा. पुलिस जब चाहे उसका बयान ले ले. वे कानून का पालन करने वाले लोगों में हैं. सीनियर पुलिस अफसर पर भरोसा है. जांच कर इन सभी को दोष मुक्त करें. बेटा को इस हालत में पहुंचाने वाले पुलिस अफसर को माफ करने वाला नहीं, इसके लिए जहां तक जाना होगा वह जायेंगे.
दुर्गापुर मिशन अस्पताल ने किया रेफर
जीटी रोड पर 13 जून की रात हरिहरपुर थानेदार संतोष रजक की गोली से घायल ट्रक मालिक-सह-चालक मो. नाजिम को दुर्गापुर मिशन अस्पताल के डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए दिल्ली के किसी बड़े अस्पताल में रेफर किया है. सोमवार को वह दिल्ली के अस्पताल में पहुंचेगा. यहां उसका 14 जून से एक जुलाई की शाम तक इलाज चला. मिशन अस्पताल के डॉक्टरों ने उसके सिर में लगी गोली निकाल दी है, लेकिन गोली के दो तीन टुकड़े अभी भी सिर में महत्वपूर्ण स्थान में फंसे हुए हैं.