धनबाद: घर से स्कूल-कॉलेज आने-जाने वाले स्टूडेंट्स को रेलवे की ओर से मुफ्त यात्रा की सुविधा दी गयी है, लेकिन जानकारी के अभाव में जिले के दूर-दराज के स्टूडेंट्स रोज टिकट कटा कर धनबाद पढ़ने आते हैं. स्कूल-कॉलेज प्रबंधन द्वारा भी छात्रों को इस संबंध में जानकारी नहीं दी जाती है. इस कारण गरीब बच्चों पर आर्थिक बोझ पड़ता है.
लाभ नहीं ले पा रहे स्टूडेंट्स : रेल प्रशासन के अनुसार धनबाद में बहुत कम स्टूडेंट्स ही इसका फायदा उठा रहे हैं. स्कूल-कॉलेज द्वारा दूर-दराज से ट्रेन से आने वाले स्टूडेंट्स को इसकी जानकारी नहीं दी जाती है. इस कारण स्टूडेंट्स इसका लाभ नहीं ले पाते हैं. धनबाद स्टेशन में टिकट चेकिंग के दौरान अक्सर स्टूडेंट्स पकड़े जाते हैं.
इन संस्थानों के स्टूडेंट्स ले रहे लाभ: बीआइटी सिंदरी, एसएसएलएनटी महिला कॉलेज, पीके राय कॉलेज, विभिन्न सरकारी स्कूल व कॉलेज, कार्मेल स्कूल, दिल्ली पब्लिक स्कूल, धनबाद पब्लिक स्कूल, डीएवी स्कूल व रेलवे से मान्यता प्राप्त स्कूल.
क्या है नियम
झारखंड या केंद्र सरकार से मान्यता प्राप्त स्कूल-कॉलेज के स्टूडेंट्स को ही इसका फायदा मिलता है. इसमें कॉलेज के प्रिंसिपल द्वारा फॉर्म पर हस्ताक्षर कर छात्र को दिया जाता है. फॉर्म में उसके घर का पता भी होता है. इसके बाद छात्र अपने घर से 150 किलोमीटर तक कॉलेज-स्कूल ट्रेन से आ-जा सकते हैं.
इंटर तक छात्र व स्नातक तक छात्राओं को पास
स्कूल से लेकर इंटर तक के छात्रों को रेल यात्रा के लिए मुफ्त पास दिये जाते हैं. वहीं छात्राओं के लिए यह सुविधा स्नातक तक है. स्टूडेंट्स इस पास से द्वितीय श्रेणी पैसेंजर में मुफ्त सफर कर सकते हैं.