झरिया : झरिया कोयलांचल के मशहूर किशुन पहलवान का नाम झारखंड ही नहीं पूरे देश में था. वर्ष 2002-03 में उन्हें ‘भारत भीम’ की उपाधि से सम्मानित किया गया था. किशोरावस्था से लेकर युवावस्था तक उन्होंने कई नामचीन हस्तियों को कुश्ती में हराया था. छाती पर वजनदार पत्थर तोड़वाना, एक बार में कई ईंट्ठों के तह को अपनी हथेली से मारकर टुकड़े-टुकड़े करना, लोहे की रड को रबर की तरह मोड़ देना उनके बांयें हाथ का खेल था.
झरिया स्थित महाराणा प्रताप दल के वह उस्ताद थे. सन 1967 में किशुन पहलवान को मिस्टर धनबाद से नवाजा गया था. 2007 में जी टीवी के शाबाश इंडिया कार्यक्रम में किशुन पहलवान ने अपना करतब दिखाया था. उनके संचालन में महाराणा दल ने काफी विकास किया. 82 वर्ष की उम्र में 31 मार्च 2011 को उनकी मृत्यु हो गयी. उनके पिता विदेशी साव बिहार के मुंगेर जिला के लालपुर बस्ती से झरिया आये थे. उन्हें पहलवानी का गुर अपने गुरु जसुभाई पटेल फतेहपुर से सीखा. किशुन पहलवान को छह पुत्र व छह पुत्री है.