वरुण ने पुलिस को बताया है कि उसे सूरज ने कहा कहा कि जीटी रोड तोपचांची में पंजाब होटल के पास जाओ, एक आदमी पैसा देगा. जिसे लेकर आना है. 27 मार्च को एक गाड़ी आयी. उसमें सवार व्यक्ति ने 2 लाख 29 हजार रुपये दिये. वह गाड़ी का नंबर व नहीं देख सका तथा पैसे देनवाले व्यक्ति को भी नहीं जानता है. पैसे देने वाले ने बोला था कि सूरज सिंह को देना है. वहां पुलिस पहुंची और वह पकड़ा गया. जबकि उसका साथी गाड़ी समेत भाग निकला. वरुण ने अपने जमशेदपुर के एक दोस्त के सहयोग से सूरज के संपर्क में आने की बात स्वीकारी है.
वरुण ने पुलिस को बताया है कि गैंग में मुख्य सरगना सूरज सिंह (वेस्ट मोदीडीह), सूरज सिंह (गोविंदपुर), सूरज सिंह (कृष्णा नगर पटना), सुनील व रवि (दोनों धनबाद), अमन साहु (रामगढ़ ), मनीष कुमार गुप्ता (कतरास), अमन श्रीवास्तव ( हीनू रांची), नीरज तिवारी (बरवअड्डा) व नसीम खान (कतरास ) हैं. पुलिस पूछताछ में अमन ने कई और जानकारी गैंग के बारे में दी, जिसका सत्यापन किया जा रहा है. पुलिस वरुण को रिमांड कर पूछताछ करेगी. अमन श्रीवास्तव सुशील श्रीवास्तव का बेटा है. अमन साहू रामगढ़ जेल में है. मनीष गुप्ता नीरज तिवारी भी अभी जेल में है.