संजीव झा, धनबाद: धनबाद नगर निगम में व्याप्त अराजक हालत पर राज्य सरकार गंभीर है. हालत जल्द नहीं सुधरी तो कभी भी यहां सरकार हस्तक्षेप कर मेयर के खिलाफ भी कार्रवाई कर सकती है.
क्या है हालात
चालू वित्तीय वर्ष 2013-14 में धनबाद नगर निगम बोर्ड की केवल एक ही बैठक नौ मई 2013 को हुई थी. उसके बाद से पिछले सात माह के दौरान कोई बैठक नहीं हुई, जबकि नियमत: हर माह बोर्ड की बैठक बुलायी जानी है. यहां के पार्षदों ने भी मेयर को अक्तूबर माह में ही बैठक बुलाने के लिए पत्र दिया. डिप्टी मेयर भी दो बार बैठक के लिए पत्र लिख चुके हैं. लेकिन, मामला अधर में लटका हुआ है. पार्षद अशोक पाल के अनुसार बोर्ड की बैठक नहीं होने से विकास कार्य ठप है. चालू वित्तीय वर्ष के लिए कोई योजना स्वीकृत नहीं हो पायी है, जबकि नगर निगम के फंड में लगभग एक सौ करोड. रुपया पड.ा हुआ है.