धनबाद: दमन पुलिस की गिरफ्त में आये गिरिडीह एएसआइ के पुत्र नागमणी सिंह के पुत्र रंजीत सिंह ने बरवाअड्डा सेवन्थ एवन्थ होटल के मालिक रामलाल मंडल के पुत्र प्रदीप मंडल अपहरण कांड का राज खोल दिया है.
धनबाद से शुक्रवार की रात दमन पहुंची पुलिस टीम के समक्ष पूरे मामले का राज खोला है. उसने प्रदीप अपहरण कांड में अपनी संलिप्ता स्वीकारी है. दमन पुलिस रंजीत को रिमांड पर ले रखी है. बरवाअड्डा थानेदार अजय पंजिकार व सरायढेला थानेदार मधुसूदन डे ने शुक्रवार को रंजीत से पूछताछ की है. उसने स्वीकार किया है कि वह प्रदीप मंडल का अपहरण करने वाले अपराधियों के गिरोह में शामिल था.
गैंग ने प्रदीप का अपहरण कर 27 लाख रुपये फिरौती वसूली थी. फिरौती की रकम भुगतान के बाद प्रदीप को एक माह बाद मोकामा में मुक्त किया गया था. अपहरण कांड में शामिल अपराधियों के नाम-पता भी पुलिस टीम को बताया है. धनबाद पुलिस रंजीत को रिमांड पर धनबाद लाने की तैयारी में है.
जीटी रोड बरवाअड्डा से बड़ा जमुआ स्थित घर जाते समय 17 अप्रैल की रात अपराधियों ने प्रदीप को अगवा कर लिया था. प्रदीप की कार को वहीं छोड़ कर अपहर्ता अपनी गाड़ी में ले गये. नींद की गोली खिला दिया. ओड़िसा के मोबाइल सीम से प्रदीप के परिजन व संबंधियों से फोन कर फिरौती मांगी जा रही थी. पुलिस बिहार, बंगाल व ओड़िसा में प्रदीप की खोज में खाक छानती रही लेकिन पता नहीं चला. प्रदीप के परिजन बाद में अपहर्ताओं से बातचीत की जानकारी पुलिस को देना बंद कर दिया. एक करोड़ से फिरौती की रकम मांगी जा रही थी और 27 लाख पर डील हुई. पैसे मिलने के बाद अपहर्ताओं ने मोकामा में 12 मई की रात प्रदीप को मुक्त कर दिया था. प्रदीप के पिता व पुलिस फिरौती की रकम दिये जाने से इनकार कर रहे थे. पुलिस मामले में मोबाइल सीम बिक्रेता समेत तीन लोगों को कटक से गिरफ्तार जेल भेजी थी जो जमानत पर हैं. अपहर्ता गैंग का पता पुलिस को नहीं चला था.