धनबाद : धनबाद जिला कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए लॉबिंग शुरू हो गयी है. सदस्यता अभियान समाप्ति के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखदेव भगत ने राज्य कमेटी के साथ-साथ आधा दर्जन जिला कमेटी को भी पुर्नगठित करने की योजना बनायी है. इसी के मद्देनजर संभावित दावेदार अपनी रणनीति बनाने में लगे हैं.
कई युवा नेता रांची और दिल्ली की दौड़ लगा रहे हैं. खुद जिला कांग्रेस अध्यक्ष ब्रजेंद्र सिंह भी दिल्ली में ही हैं. पिछले वर्ष चलाये गये सदस्यता अभियान में राज्य भर में जिला कांग्रेस अव्वल रही है. धनबाद जिला से प्रदेश को 62 हजार से अधिक सदस्यों की सूची दी गयी है. जिलाध्यक्ष के साथ-साथ पूर्व मंत्री मो मन्नान मल्लिक व प्रदेश महासचिव अजय कुमार दूबे की ओर से भी मेंबरशिप की सूची प्रदेश कमेटी को दी गयी है.
जनवरी, 2014 में जिलाध्यक्ष बनाये गये ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह (65) तीन दशक से कांग्रेस राजनीति में सक्रिय हैं. आठ वर्षों तक प्रदेश कांग्रेस महासचिव रहने वाले ब्रजेंद्र सिंह अभी इंटक के प्रदेश उपाध्यक्ष, आरसीएमएस के कार्यकारी अध्यक्ष व माइंस फेडरेशन के उपाध्यक्ष भी हैं. कांग्रेस के एक प्रदेश पदाधिकारी भी जिलाध्यक्ष बनने की कोशिश में हैं. जबकि अन्य कई कांग्रेसी भी लॉबिंग में जुटे हैं.
एक गुट सामान्य जाति को, दूसरा गुट किसी पिछड़े को तो एक तबका अल्पसंख्यक को जिलाध्यक्ष बनाने की कोशिश में है. प्रदेश की राजनीति में इंटक नेता राजेंद्र सिंह के बेहद करीबी माने वाले ब्रजेंद्र सिंह का अन्य गुट के नेताओं से भी बेहतर संबंध है. ऐसे में चर्चा यह भी है कि ब्रजेंद्र सिंह के इनकार के बाद ही नेतृत्व किसी को यह जिम्मेवारी दे सकता है. ब्रजेंद्र सिंह का कहना है कि वह अभी सांगठनिक कार्य करने में पूरी तरह सक्रिय है. जो भी जिम्मेवारी मिलती है वह बखूबी निभाते हैं.