धनबाद: ट्रैक पर ट्रेन. बगल की खाली जमीन पर उपजाये जायेंगे अनाज. रेलवे बोर्ड की इस नयी योजना का लाभ शीघ्र ही रेलकर्मी उठा सकेंगे. आदेश धनबाद रेल मंडल कार्यालय को प्राप्त हो गया है. इस संबंध में दिशा निर्देश जारी कर दिया गया है. रेलवे के अनुसार रेलवे बोर्ड ने ग्रो मोर फूड (अधिक अन्न उपजाओ ) योजना लागू की है. ताकि देश में अनाज की कमी न हो. रेलवे ट्रैक के बगल में रेलवे की खाली पड़ी जमीन जंगल-झाड़ से घिरे हैं. कुछ जगहों पर अतिक्रमण कर लोगों ने घर बना लिये हैं.
कई जगहों पर बाहरी लोग खेती भी करते हैं. अब सिर्फ रेलकर्मियों का ही इस जमीन पर खेती करने का अधिकार होगा. धनबाद रेल मंडल में रेल पटरी 800 किमी क्षेत्र में है. रेलवे में 25 हजार रेलकर्मी हैं. जमीन पर खेती करने के लिए रेलकर्मी डीआरएम कार्यालय के इंजीनियरिंग विभाग में आवेदन देंगे. जमीन उसे ही मिलेगी, जिसकी नौकरी कम से कम तीन साल व उससे अधिक बची हो. जमीन के बदले रेलकर्मी को सालाना शुल्क चुकाना पड़ेगा. जमीन के हिसाब से शुल्क लगेगा. इससे खाली जमीन अतिक्रमण मुक्त रहेगी.
अन्न उपजाने के लिए कोई भी महिला व पुरुष रेलकर्मी आवेदन दे सकते हैं. किसी रेलकर्मी को कहां अन्न उपजाना है, उसे क्षेत्र का आवेदन में रेलकर्मी को जिक्र करना है. पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर जोन में धनबाद रेल मंडल में सबसे पहले यह योजना लागू हुई है. बाकी मंडलों में बाद में लागू होगी.
ट्रैक मैन कहलायेंगे अब ट्रैक मेंटेनेर
ट्रैकमैन को नये साल के तोहफे के रूप में सब्सटांसियल मॉनिटरिंग बेनिफिट मिलेगा. एप्रूवल ले लिया गया है. अपग्रेडेशन के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. जनवरी से इस योजना का लाभ मिलने लगेगा. रेलवे के अनुसार पहले से 4000 हजार ट्रैकमैन है. नये 1900 बहाल हुए हैं. सभी को ट्रैक मेंटेनर का दर्जा मिलेगा. ट्रैकमैन के पद को बदल कर ट्रैक मेंटेनर कर दिया गया है. वेतन में भी बढ़ोतरी होगी. अभी चार भाग में ग्रेड पे हैं. इसमें 1800, 1900, 2400 व 2800 है. सभी का प्रतिशत के हिसाब से ग्रेड पे बढ़ेगा.