पुटकी: पश्चिमी झरिया क्षेत्र के मुनीडीह प्रोजेक्ट कोलियरी खदान में गुरुवार को प्रथम पाली में कार्य के दौरान पीस रेट मजदूर रामनक्षत्र दास (54) की मौत हो गयी. घटना खदान के चार सौ एमएच के डीआर तीन टॉप फेस में दिन के करीब ढाई बजे की है. मृतक के सहयोगी कर्मियों के अनुसार रामनक्षत्र दिन के करीब ढाई बजे कार्य के दौरान कुछ देर के लिए बैठा था. इसके बाद वह बैठे-बैठे ही बेहोश होकर गिर पड़ा. आनन-फानन में उसे मुनीडीह अस्पताल पहुंचाया गया. जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया.
घटना की सूचना मिलते यूनियन प्रतिनिधि के सदस्य मुनीडीह अस्पताल पहुंचे तथा मृतक के आश्रितों को तत्काल नियोजन, खान दुर्घटना के तहत पांच लाख एक्सीडेंटल बेनिफिट आदि मुआवजे की मांग करने लगे. इधर देर शाम को परियोजना पदाधिकारी के कार्यालय में प्रबंधन एवं यूनियन प्रतिनिधियों के बीच हुई वार्ता बेनतीजा समाप्त हो गयी. वार्ता में प्रबंधन आश्रित को तत्काल नियोजन एवं अन्य लाभ देने को सहमत थे, लेकिन यूनियन प्रतिनिधि खान दुर्घटना के तहत पांच लाख एवं तत्काल नियोजन की मांग पर अडिग रहे.
वार्ता में नहीं बनी सहमति : वार्ता में जीएमएस के मुखोपाध्याय, पीओजे एस महापात्र, क्षेत्रीय कार्मिक प्रबंधक यूके दुबे, क्षेत्रीय सुरक्षा पदाधिकारी राहुल सरकार, प्रबंधक एके दास के अलावे यूनियन प्रतिनिधियों में बिनोद मिश्र, रमेश सिंह, अजरुन सिंह, बीपी चौधरी, रामरोहित गोराईं, संजय सिंह, रामचंद्र सिंह, एनके कर, मुसलिम अंसारी, नंदलाल हरिजन, दिलीप रविदास, प्रतीम रवानी, छोटू सिंह, सांसद प्रतिनिधि मनोज सिंह आदि थे.
पीओ ने कहा : घटना के संबंध में पूछे जाने पर पीओ जेएस महापात्र ने कहा कि प्रबंधन मृतक के आश्रित को नियोजन देने पर सहमत है. मृतक के पुत्र के गांव (बलिया) से आने के बाद ही तत्काल नियोजन की प्रक्रिया पूरी कर ली जायेगी. जबकि एक्सीडेंटल बेनिफिट पोस्टमार्टम रिपोर्ट एवं मामले की जांच के बाद ही ठोस निर्णय होगा.