जोड़ापोखर: जामाडोबा जल संयंत्र में जलापूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था फेल हो गयी है. झरिया व आसपास के क्षेत्रों में जामाडोबा से जलापूर्ति नहीं हो सकी. माडा के एमडी ने वाटर बोर्ड पहुंच कर निरीक्षण किया. उनके साथ टीएम विनोद कुमार सिंह, एडीएम सप्लाइ अशोक कुमार, धनबाद के सीओ अनुराग तिवारी, झरिया सीओ विशाल कुमार, जोड़ापोखर थानेदार अहमद अली आदि थे. अधिकारियों ने बताया कि दो दिनों से पेयजल एवं स्वच्छता विभाग , टिस्को व बीसीसीएल के तकनीकी अधिकारी व कर्मी लगे हुए हैं.
लेकिन, जलापूर्ति में सफलता नहीं मिली. दामोदर नदी में लगे मोटर के वॉल्व में खराबी है. इधर, वाटर बोर्ड कॉलोनी जामाडोबा में हड़ताली कर्मियों की बैठक हुई. अध्यक्षता विशेश्वर महतो ने की. वक्ताओं ने कहा कि प्रशासन व प्रबंधन द्वारा जबरन काम कराया गया तो बरदाश्त नहीं करेंगे. कर्मियों के नियुक्ति पत्र की जांच हो रही है तो इसी तरह की जांच अधिकारियों की नियुक्ति की भी होना चाहिए.
बैठक में जनार्दन सिंह, नजीर अंसारी, महेश उपाध्याय, भीम कुमार महतो, तुलसी राम महतो, काशीराम महतो, भगत यादव, जयराम महतो आदि थे. बस्ताकोला प्रतिनिधि के अनुसार वैकल्पिक व्यवस्था के तहत शनिवार को झरिया व आसपास के क्षेत्रों में जलापूर्ति की गयी. माडा कर्मियों की हड़ताल को देखते हुए एडीएम सप्लाइ के नेतृत्व में भगतडीह स्थित जलागार से मैथन जलापूर्ति का पानी झरिया, बस्ताकोला, इंडस्ट्री, धनसार आदि इलाकों में लगभग 90 मिनट तक गया. इस दौरान बीडीओ रिंकू कुमारी, पीएचइडी के जय प्रकाश नारायण, सोमेश्वर मिश्र, सुधीर कुमार आदि थे.
महिलाओं ने कर्मियों को छुड़ाया : रात को प्रशासन ने पांच माडाकर्मियों को जबरन ले जाकर पानी चालू कराने का प्रयास किया तो उनके घरों की महिलाओं ने जामाडोबा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में जाकर हंगामा किया. तब जाकर कर्मियों को छोड़ा गया. इधर, वाटर बोर्ड के पास पुलिस कैंप लगा दिया गया है.