धनबाद. केंद्रीय वेतनमान के मुद्दे पर प्राधिकार कर्मचारी संघर्ष समन्वय समिति की प्रबंधन के साथ तीसरे चरण की वार्ता भी विफल हो गयी. एमडी एसएन उपाध्याय ने 30 नवंबर तक का समय मांगा. लेकिन समिति तैयार नहीं हुई. ऐसे में 22 नवंबर से हड़ताल की चेतावनी देते हुए प्रतिनिधि मंडल वापस हो गया. इससे पहले 18 तथा 20 नवंबर की वार्ता भी असफल रही थी. समिति के महामंत्री श्याम नारायण दुबे ने बताया कि बार-बार समय नहीं दिया जा सकता. 22 नवंबर से बेमियादी हड़ताल होगी.
कहां बिगड़ रही है बात : एमडी ने एक कार्यालय आदेश निकाला है. इसमें (किसी खास संवर्ग, जिनके बारे में ऑडिट की रिपोर्ट है या मामला न्यायालय में लंबित है, को छोड़ कर) सभी कर्मियों को अगले माह के वेतन के साथ केंद्रीय वेतनमान जोड़ कर देने का वादा है. यूनियन का कहना है कि जिन्हें छोड़ा जा रहा है, उन्हें भी शामिल करें. वार्ता में प्रबंधन की ओर से एमडी व टीएम विनोद वर्मा के अलावा यूनियन से सुभाष राउत, जुबैद अहमद, राधे श्याम दुबे, गोपाल, दशरथ सिंह, विशेश्वर महतो तथा श्याम नारायण दुबे शामिल थे.
कितने होंगे प्रभावित : हड़ताल से 15 लाख आबादी की जलापूर्ति प्रभावित होगी.