धनबादः सड़क के मामले में डीसी प्रशांत कुमार की भी नहीं सुन रहे एनएच 32 व पीडब्ल्यूडी के अधिकारी. बरसात के समय से डीसी आदेश दे रहे हैं और दशहरा, दिवाली और छठ बीतने के बाद भी काम गति नहीं पकड़ रहा. अब सूबे के मंत्री मन्नान मल्लिक ने 15 जनवरी का वक्त दिया है.
एनएच 32 की सड़कें : जिला परिषद से केंदुआ तक एनएच की सड़क में बड़े-बड़े जानलेवा गड्ढे हो गये हैं. हर दिन कोई न कोई व्यक्ति इससे गिर कर घायल हो रहा है. नया बाजार स्थित ओवर ब्रिज की स्थिति काफी दयनीय हो गयी है. बिरसा चौक (बैंक मोड़) के पास सड़क गड्ढे में तब्दील हो गयी है. गड्ढे के कारण यहां हमेशा जाम बना रहता है. वहीं मटकुरिया से लेकर केंदुआ तक सड़क काफी जजर्र है. बैंक मोड़, गोधर व केंदुआ के लोगों को परेशानी हो रही है. ज्ञात हो कि हाल ही में एचएच की ओर से सड़क पर 14 लाख की चिप्पी सटवायी गयी है. लेकिन पहली बारिश में चिप्पी बह गयी. जिला परिषद से महुदा (10 से 27 किमी) व महुदा से तेलमच्चो ब्रिज (27 से 43 किमी) के लिए सरकार ने 16 करोड़ रुपये दिये हैं. लेकिन एनएच के अधिकारियों की उदासीनता के कारण सड़क नहीं बन पा रही है. सूत्रों का कहना है कि इसके पीछे कमीशन का खेल है.
श्रमिक चौक-बरवाअड्डा सड़क : श्रमिक चौक से लेकर बरवाअड्डा तक पीडब्ल्यूडी के आठ किमी लंबी सड़क भी जजर्र है. टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर दी गयी है. पहले विभाग ने बरसात का बहाना बनाकर काम शुरू नहीं किया. इसके बाद दुर्गापूजा, दीपावली व छठ पार हो गया. लेकिन सड़क मरम्मत शुरू नहीं की गयी. इधर, एक सप्ताह पूर्व पूजा टॉकिज से लेकर श्रमिक चौक का काम विभाग की ओर से शुरू कराया गया था, लेकिन इसे अब बंद कर दिया गया.
पार्क मार्केट-हावड़ा मोटर रोड : पार्क मार्केट से लेकर हावड़ा मोटर तक अधूरी पड़ी जजर्र सड़क की मरम्मत का काम रूका है. पहले काम सूर्या कंस्ट्रक्शन को मिला था, कंस्ट्रक्शन ने आधा काम करके छोड़ दिया, इसके बाद यह काम एनआर कंस्ट्रक्शन को मिला, लेकिन कुछ गिट्टी व स्टोन डस्ट गिराकर कंस्ट्रक्शन ने भी काम बंद कर दिया. विभाग ने दुर्गापूजा से पहले सड़क मरम्मत का दावा किया था.
एनएच 32 इइ गये हजारीबाग : इधर, जजर्र एनएच 32 की सड़क मरम्मत को लेकर कार्यपालक अभियंता एनपी शर्मा हजारीबाग गये. वहां अधीक्षण अभियंता से उन्होंने मुलाकात की. इइ ने गड्ढों की भराई के लिए पौने दो करोड़ रुपये मांगे हैं. देर शाम तक दोनों अधिकारियों के बीच मुलाकात जारी थी.