धनबाद: अर्थ साइंस में धात्विक व ऊर्जा संसाधन की चुनौतियों से निबटा जा सकता है बशर्ते इस क्षेत्र में नये शोध पर पहल हो. ये बातें नेशनल डिजास्टर ऑफ मैनेजमेंट ऑथोरिटी से आये पद्मश्री हर्ष के गुप्ता ने कही. वह आइएसएम के गोल्डल जुबली हॉल में जियोलोजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया की ओर से – भू विज्ञान के क्षेत्र में धात्विक व ऊर्जा संसाधन को लेकर भावी चुनौतियां विषय पर आयोजित तीन दिवसीय सेमिनार के समापन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे.
मौके पर इलेक्ट्रो स्टील के निदेशक आरएस सिंह ने धात्विक व ऊर्जा संसाधन के उत्पादन में अर्थ साइंस के योगदान पर चर्चा की. कहा कि चुनौतियों से निबटने में सरकार से अधिक रोल एकेडमिक का है.
मिनिस्ट्री ऑफ अर्थ साइंस के सलाहकार डॉ एम सुधाकर ने इस क्षेत्र के फ्यूचर पर प्रकाश डाला. आइएसएम के निदेशक डीसी पाणिग्रही ने कहा कि इस क्षेत्र में अगर लगन व मेहनत से काम हो तो चुनौतियों से निबटा जा सकता है. प्रो. एके वर्मा ने तीन दिनों में सेमिनार के दौरान हुई चर्चा को संक्षिप्त में बताया. जबकि संयोजक डॉ डी अस्थाना ने स्वागत भाषण दिया. मौके पर देश के विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों व उद्योग जगत से 250 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया.