चेहरा पहचानो और इनाम पाओ गिरोह का भंडाफोड़
धनबाद/धनसार : चेहरा पहचानो और इनाम पाओ का अखबार में विज्ञापन देकर ठगी करने वाले गिरोह के सरगना समेत पांच सदस्य पकड़े गये. सभी को रविवार सुबह साढ़े नौ बजे धनसार थाना क्षेत्र के बरमसिया में हरिनारायण कॉलोनी से पकड़ा गया है.
पकड़ाये लोगों में नालंदा के कतरीसराय निवासी श्रीकांत कुमार रजक, रमेश कुमार कुशवाहा, सोनू कुमार, मोदी कुमार साव व धनंजय कुमार उर्फ छोटू साव हैं. छोटू गिरोह का सरगना है.
डीएसपी (विधि-व्यवस्था) अमित कुमार ने बताया कि दूरसंचार कार्यालय के रिटायर्ड कर्मी बाल्मिकी सिंह के घर को कतरीसराय, नालंदा के सोनू कुमार वर्मा ने डेढ़ माह पूर्व किराये पर लिया था. इसका वर्तमान में मनईटांड़ स्थित माड़ी गोदाम के पास भी अपना घर है. अभी बाल्मिकी सिंह सरायढेला के कार्मिक नगर में रहते हैं.
सोनू कुमार वर्मा ने हरिनारायण कॉलोनी में किराये के घर में कार्यालय खोला. इसमें वह डायरेक्टर के पद पर था. सरगना छोटू ने गांव के दस युवकों को नौकरी में रखा.
एसे होती है ठगी
ठगी के लिए आरटी मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के नाम से अखबार में विज्ञापन छपवाया जाता था. फिल्म स्टार के चेहरे अथवा आंख की तसवीर होती थी. इसे लोगों को पहचानने के लिए कहा जाता था. ऊपर में लिखा होता था. चेहरा पहचानो और इनाम पाओ.
इनाम में सफारी व कार समेत अन्य तरह के सामान मुफ्त में देने के लिए लालच दिया जाता था. सामान्य व्यक्ति इसमें फंस जाते थे. विज्ञापन में दिये गये नंबर पर फोन कर चेहरा पहचाने की बात कह संपर्क करते थे. फोन करने वाले को कार्यालय बुलाया जाता था.
फिर कहा जाता था कि इनाम तभी मिलेगा, जब टैक्स जमा करेंगे. टैक्स सोनू वर्मा के एसबीआइ बैंक मनईटांड़ शाखा के एकाउंट नंबर में जमा करने के लिए कहा जाता था. गिरोह के पास दस एकाउंट नंबर है. जिसकी जांच की जायेगी. गाड़ी की कीमत के आधार पर एक फीसदी टैक्स लिया जाता था. लोग टैक्स जमा कर देते थे.
जब गिरोह के सदस्य कई लोगों से लाखों रुपये ठग लेते थे, तो इलाका बदल कर भाग जाते थे. इसकी सूचना मिलने पर छापामारी की गयी और पांच लोगों को धर दबोचा गया. सभी कॉलर्स का काम करते थे. डायरेक्टर सोनू कुमार वर्मा समेत अन्य फरार हो गये.
कार्यालय से नौ महंगी नेट सुविधा वाला मोबाइल, सात सीम, विज्ञापन की कॉपी, पांच रजिस्टर व एक बाइक जब्त की गयी है. छापामारी में धनसार थानेदार राम कुमार वर्मा, सरायढेला थानेदार शंकर कामती व भूली थानेदार रवि ठाकुर समेत सिविल दस्ता शामिल थे. यह छापामारी एसपी अनूप टी मैथ्यू के निर्देश पर हुई.