बलियापुर/लोदना: बीसीसीएल करमाटांड़ टाउनशिप कॉलोनी में मजदूरों को शिफ्ट करने आये बीसीसीएल के लोदना क्षेत्र के अधिकारी व कर्मियों को स्थानीय ‘जमीन बचाओ मोरचा’ ने खदेड़ दिया.
मोरचा ने पुनर्वास का विरोध करते हुए कहा कि जब तक करमाटांड़ के विस्थापितों के मुआवजा व नियोजन का फैसला नहीं होता, कॉलोनी में किसी को बसाने नहीं दिया जायेगा. लोदना क्षेत्र के कार्मिक प्रबंधक (प्रशासन) सुनील कुमार नॉर्थ तिसरा डीबी रोड के अग्नि प्रभावित क्षेत्र के विस्थापितों के अस्थायी पुनर्वास के लिए लोगों के साथ करमाटांड़ पहुंचे.
यहां पारंपरिक हरवे-हथियार के साथ सभी को घेर लिया. पुनर्वास का विरोध करते हुए कहा कि जब तक जमीन के मुआवजा व नियोजन का फैसला नहीं हो जाता, करमाटांड़ में एक भी व्यक्ति को बसने नहीं दिया जायेगा. ग्रामीणों के तेवर देख अधिकारी व डीबी रोड के विस्थापित बैरंग लौट गये. हैवी ब्लास्टिंग के विरोध पर पांच अक्तूबर को लोदना के जीएम बीसी माजी ने विस्थापितों के साथ वार्ता में आश्वासन दिया था कि फिलहाल करमाटांड़ में डीबी रोड के लोगों को अस्थायी रूप से आवास दिया जायेगा.
मौके पर मजदूर और ग्रामीण थे : करमाटांड़ जाने वालों में बहादुर निषाद, सुरेश पासवान, मदन बाउरी, राजू निषाद, रमेश कुमार, राहुल कुमार, सीमा देवी, सोनिया देवी आदि थे. विरोध करने वाले ग्रामीणों में भुवन रवानी, मिहीलाल रवानी, भीम रवानी, राज किशोर महतो, सहदेव रवानी, जगदीश महतो, महावीर महतो आदि मौजूद थे.