मंगलवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में प्रधान आयकर आयुक्त ने कहा कि धनबाद परिक्षेत्र को चालू वित्तीय वर्ष 2015-16 में लगभग पांच सौ करोड़ आयकर वसूली का लक्ष्य मिला है. अब तक एडवांस टैक्स के रूप में लगभग दो सौ करोड़ रुपये की वसूली हुई है. इसमें से बीसीसीएल से सितंबर तक लगभग 160 करोड़ रुपये एडवांस टैक्स के रूप में मिला है. वित्तीय वर्ष 2014-15 के मुकाबले में चालू वित्तीय वर्ष में बीसीसीएल से एडवांस टैक्स मद में कम राशि मिली है. इसकी एक बड़ी वजह सरकार की नीतियों में बदलाव है. कहा कि ज्यादा कर वसूली के साथ-साथ नये करदाता भी खोजे जा रहे हैं. वैसे करदाता, जिन्होंने एडवांस टैक्स के रूप में कम राशि दी है, के रिटर्न व उनके वास्तविक व्यवसाय की जांच हो रही है. जरूरत पड़ने पर सर्वे भी कराया जायेगा. श्री पांडेय ने कहा कि बिना पैन नंबर के होने वाले ट्रांजेक्शन पर आयकर विभाग कई तरह से नजर रख रहा है. पांच लाख रुपये से ज्यादा की खरीद-बिक्री पर पैन नंबर अनिवार्य कर दिया गया है. बैंक से भी हो रहे ट्रांजेक्शन पर नजर है. कुछ नये करदाता भी इसके कारण सामने आये हैं. इसके अलावा नन फाइलर मॉनिटरिंग सिस्टम के जरिये भी नये करदाता को जोड़ने की मुहिम चल रही है. आयकर विभाग में इंटेलिजेंस एवं क्रिमिनल इंवेस्टीगेशन विभाग भी शुरू हुआ है, जो कर वंचकों पर नजर रख रहा है. इस दौरान संयुक्त आयकर आयुक्त राजीव कुमार भी मौजूद थे.
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बड़े कर वंचकों पर होगी कार्रवाई : आयुक्त
धनबाद: धनबाद परिक्षेत्र के प्रधान आयकर आयुक्त ललित मोहन पांडेय ने कहा है कि विभाग की नजर बड़े कर वंचकों पर है. इसके साथ ही वैसे लोग जिनकी आय तीन लाख से अधिक है, लेकिन रिटर्न नहीं फाइल करते, की भी तलाश की जा रही है. पूरे धनबाद परिक्षेत्र में लगभग 20 हजार नये करदाताओं […]
धनबाद: धनबाद परिक्षेत्र के प्रधान आयकर आयुक्त ललित मोहन पांडेय ने कहा है कि विभाग की नजर बड़े कर वंचकों पर है. इसके साथ ही वैसे लोग जिनकी आय तीन लाख से अधिक है, लेकिन रिटर्न नहीं फाइल करते, की भी तलाश की जा रही है. पूरे धनबाद परिक्षेत्र में लगभग 20 हजार नये करदाताओं को जोड़ने का लक्ष्य है.
मंगलवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में प्रधान आयकर आयुक्त ने कहा कि धनबाद परिक्षेत्र को चालू वित्तीय वर्ष 2015-16 में लगभग पांच सौ करोड़ आयकर वसूली का लक्ष्य मिला है. अब तक एडवांस टैक्स के रूप में लगभग दो सौ करोड़ रुपये की वसूली हुई है. इसमें से बीसीसीएल से सितंबर तक लगभग 160 करोड़ रुपये एडवांस टैक्स के रूप में मिला है. वित्तीय वर्ष 2014-15 के मुकाबले में चालू वित्तीय वर्ष में बीसीसीएल से एडवांस टैक्स मद में कम राशि मिली है. इसकी एक बड़ी वजह सरकार की नीतियों में बदलाव है. कहा कि ज्यादा कर वसूली के साथ-साथ नये करदाता भी खोजे जा रहे हैं. वैसे करदाता, जिन्होंने एडवांस टैक्स के रूप में कम राशि दी है, के रिटर्न व उनके वास्तविक व्यवसाय की जांच हो रही है. जरूरत पड़ने पर सर्वे भी कराया जायेगा. श्री पांडेय ने कहा कि बिना पैन नंबर के होने वाले ट्रांजेक्शन पर आयकर विभाग कई तरह से नजर रख रहा है. पांच लाख रुपये से ज्यादा की खरीद-बिक्री पर पैन नंबर अनिवार्य कर दिया गया है. बैंक से भी हो रहे ट्रांजेक्शन पर नजर है. कुछ नये करदाता भी इसके कारण सामने आये हैं. इसके अलावा नन फाइलर मॉनिटरिंग सिस्टम के जरिये भी नये करदाता को जोड़ने की मुहिम चल रही है. आयकर विभाग में इंटेलिजेंस एवं क्रिमिनल इंवेस्टीगेशन विभाग भी शुरू हुआ है, जो कर वंचकों पर नजर रख रहा है. इस दौरान संयुक्त आयकर आयुक्त राजीव कुमार भी मौजूद थे.
धनबाद में काला धन का मामला सामने नहीं आया : एक सवाल के जवाब में प्रधान आयकर आयुक्त ने कहा कि धनबाद परिक्षेत्र में अब तक किसी भी करदाता ने विदेश के बैंकों में काला धन होने की बात नहीं स्वीकार की है. वैसे इसके लिए मोदी सरकार ने 30 सितंबर तक की डेड लाइन तय कर रखी है.
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