धनबाद: विधायक निधि के 18 करोड़ पड़े हैं सरकारी खजाने में, लेकिन उसे रिलीज नहीं किया जा रहा है. नतीजा विधायक निधि से ली जाने वाली योजनाओं पर काम नहीं हो रहा है. जबकि वित्तीय वर्ष 2013-14 का छह महीना पूरा हो चुका है. जिले के अधिसंख्य विधायकों का कहना है कि पैसे रिलीज नहीं होने के कारण विकास कार्य ठप हैं. बाद में ब्यूरोक्रेट की ओर से ही रिपोर्ट दी जायेगी कि अमुक विधायक ने विकास कार्य के पैसे खर्च नहीं किये.
एजी का पत्र आने पर ही फंड रिलीज होगा
कोषागार पदाधिकारी विजय मोहन ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2011-12 में काम करने वाली एजेंसियों से डीसी बिल जमा करने का प्रमाण पत्र मांगा गया है. लेकिन वह जमा नहीं किया गया है.
एजी की तरफ से भी इस संबंध में क्लीयरेंस नहीं आया है. बुधवार को रांची में फाइनेंस की मीटिंग थी, वहां से भी कुछ निर्देश नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि विधायक अनुशंसा करें, काम भी करायें. संबंधित एजेंसी बिल देगी तो तुरंत भुगतान हो जायेगा. प्राय: विधायक एडवांस फंड रिलीज कराना चाहते हैं. जब तक एजी की क्लीयरेंस रिपोर्ट नहीं आती, तब तक किसी भी हालत में फंड रिलीज नहीं होगा.