उसके बाद ही वह काम शुरू करेंगे. तब तक सेंटर में फर्नीचर सहित अन्य व्यवस्था भी पूरी हो जायेगी. इस सेंटर को शुरू करने के लिए उन्होंने सरकारी स्तर पर कोई खर्च नहीं कराया. इंडस्ट्री एंड कॉमर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बीएन सिंह व उनके एसोसिएशन के सहयोग से विवि के क्षतिग्रस्त इस भवन को मरम्मत कर सेंटर के लिए तैयार किया जा सका. धनबाद के लिए यह व्यवस्था काफी लाभप्रद होगी. अब यहां के कॉलेज कर्मियों व छात्र-छात्रओं को छोटे-छोटे कार्य के लिए हजारीबाग की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी. उन्होंने बताया कि उनकी कोशिश होगी कि नीतिगत निर्णय को छोड़ यहां के कॉलेजों के लिए तमाम विभागीय कार्य यहीं से संपन्न हो जाये. कुलपति ने बताया कि शिक्षकों को उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन के लिए भी बाहर न दौड़ना पड़े इसकी भी व्यवस्था यहीं होगी.
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विनोबा भावे विश्वविद्यालय का रीजनल सेंटर शुरू
धनबाद: एक माह के अंदर धनबाद में विनोबा भावे विश्वविद्यालय का रीजनल सेंटर काम करना शुरू कर देगा. कुलपति डॉ गुरदीप सिंह ने मंगलवार को लुबी सकरुलर रोड स्थित विभावि के क्षेत्रीय कार्यालय का उदघाटन किया. इस अवसर पर उन्होंने विभागीय टीचर्स के साथ बैठक कर कार्यालय संचालन के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया […]
धनबाद: एक माह के अंदर धनबाद में विनोबा भावे विश्वविद्यालय का रीजनल सेंटर काम करना शुरू कर देगा. कुलपति डॉ गुरदीप सिंह ने मंगलवार को लुबी सकरुलर रोड स्थित विभावि के क्षेत्रीय कार्यालय का उदघाटन किया. इस अवसर पर उन्होंने विभागीय टीचर्स के साथ बैठक कर कार्यालय संचालन के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि जल्द ही नोडल ऑफिसर के नाम की अधिसूचना विवि द्वारा जारी कर दी जायेगी. अनुमान लगाया जा रहा है कि बेरमो कॉलेज के प्रो. इंद्रजीत को यह पद मिल सकता है. कुलपति ने बताया कि कार्यालय में नियुक्त कर्मियों को पहले विवि में ट्रेनिंग दी जायेगी.
उन्होंने बताया कि धनबाद में शिक्षकों की कमी भी दूर की गयी है. यहां 881 की जगह केवल 675 शिक्षक सेवारत थे. 249 अनुबंध शिक्षकों को बहाल कर स्थिति को संतुलित किया गया है तथा जरूरत के और शिक्षक रखे जायेंगे. गौरतलब है कि इन शिक्षकों का मानदेय सरकार से नहीं विवि स्वयं अपने स्तर से फंड जेनरेट कर दे रहा है.उन्होंने विवि स्तर पर डोनेशन के आधार हुए कई कार्य तथा भविष्य में विकास के लिए पावर ग्रेड कॉरपोरेशन तथा एनटीपीसी से मिलने वाले आर्थिक सहयोग के बारे में बताया. कुलपति ने बताया कि सिर्फ बीएड नहीं, कॉलेजों में यूजी का नामांकन सेंटरलाइज हो जाय इस पर भी विचार किया जा रहा है.
आरएस मोर कॉलेज गोविंदपुर तथा एसएसएलएनटी महिला कॉलेज में पीजी सेंटर खोलने के बारे में उनका कहना था कि प्रस्ताव मानव संसाधन विभाग को भेजा गया है. लेकिन बिना शिक्षक व व्यवस्था के और जगहों पर पीजी की पढ़ाई संभव नहीं.
बीएसएस महिला कॉलेज में डोनर देने के मामले में कुलपति का कहना था कि इसकी नियुक्ति के लिए तीन सदस्यीय जांच कमेटी की रिपोर्ट की प्रतीक्षा है. रिपोर्ट आते ही उस पर पहल होगी. उन्होंने बताया कि संबद्ध कॉलेजों की स्थिति सुधारने की कवायद चल रही है. मौके पर धनबाद के तमाम कॉलेजों के प्राचार्य सहित अन्य फैकल्टी मौजूद थे.
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