लोदना: झरिया की आग पर संसद में बहस की जायेगी. खदानों को बेचने नहीं देंगे. खदानें हमारी मां-बेटियों के सामान है. उक्त बातें आसनसोल के माकपा सांसद वंशगोपाल चौधरी ने गुरुवार को नॉर्थ तिसरा कोलियरी कार्यालय के मुख्य गेट के समीप बीसीकेयू की सभा में कही. उन्होंने कहा कि ट्रेंच कटिंग को बंद कर आरएसपी कॉलेज व जलमीनार को आग के हवाले करने की साजिश है.
बड़े शर्म की बात है कि जब सीबीआइ जांच शुरू होती है तो कोलमंत्रालयसे कोयला घोटाला की फाइलें गुम हो जाती है. रिलायंस व जिंदल की फाइलें भी गुम हो रही हैं. भाजपा व कांग्रेस दोनों मिल कर देश को लूटने में लगा है. कहा कि सरकार कोयला खदानों को बेचने की साजिश कर रही है. बड़ी कंपनियों के हाथों खदान बेच कर कमीशनखोरी को बढ़ावा दिया जा रहा है. इसका उदाहरण लोदना क्षेत्र की बंद खदानें हैं. गैस का बहाना बनाकर लोदना, बागडिगी व जयरामपुर को बंद कर दिया गया.
अब प्रबंधन इन कोलियरियों को आउटसोर्सिग के हाथों सौंपना चाहती है. उन्होंने कहा कि मोनेट कंपनी को चासनाला वाशरी में घुसने नहीं दें. झारखंड में जिंदल कंपनी ने गरीब आदिवासियों से 35 हजार हेक्टेयर जमीन ली है. कंपनी आदिवासियों के राज्य में उन्हीं का शोषण कर रही है. सीटू नेता एसके बक्शी ने मजदूरों से देशव्यापी हड़ताल को सफल बनाने का आह्वान किया. संचालन शिव कुमार सिंह ने किया. मौके पर सुरेश प्रसाद गुप्ता, मानस चटर्जी, फटिकचंद्र मिश्र, रामसुमेर पासवान, तुलसी रवानी, भगवान दास, जितेंद्र निषाद, गोविंद राम, राजेंद्र पासवान, पशुपति देव, सिकंदर मांझी, धर्मेंद्र राय, दिनेश चौहान, सलाउद्दीन अंसारी आदि थे.