भौंरा: घनी आबादी के बीच कांटा घर चालू करने के विरोध में बुधवार को संयुक्त मोरचा व झाविमो समर्थक अलग-अलग स्थानों पर सड़क पर उतर आये. मोरचा समर्थकों ने जहां पूर्वी झरिया क्षेत्र के जीएम ऑफिस के समक्ष प्रदर्शन किया, तीन घंटे तक भौंरा-मोहलबनी सड़क जाम कर दी. वहीं झाविमो समर्थकों ने गौरखूंटी में जाम कर नारेबाजी की. आंदोलनों से एमपीएल, बीसीसीएल, रोड सेल व डिस्पैच आदि प्रभावित हुए. नेतृत्व समाजसेवी व विस्थापित नेता मौसम महांति तथा पार्षद चंदन महतो कर रहे थे.
श्री महांति ने कहा कि जनविरोध के बाद भूलन बरारी का कांटा घर बंद कर प्रबंधन ने भौंरा के 13 नंबर की घनी आबादी में कांटा घर खोल दिया. भारी वाहनों के आवागमन से वायु प्रदूषण हो रहा है. उन्होंने कहा कि प्रबंधन ने गलत तरीके से भौंरा स्टेडियम की चहारदीवारी तोड़वा दी, जिसकी आज तक मरम्मत नहीं हो सकी है. अधिवक्ता जयदेव कुम्हार ने कहा कि इसको ले हाई कोर्ट में पीआइएल दायर करेंगे. पार्षद चंदन महतो ने कहा कि प्रदूषण पर रोक नहीं लगी तो चक्का जाम किया जायेगा. इससे पूर्व विस्थापित मुक्ति मोरचा कार्यालय से जुलूस भी निकाला गया.
गौरखूंटी में जाम : जेवीएम कार्यकर्ताओं ने गौरखूंटी में भौंरा-मोहलबनी सड़क जाम कर प्रबंधन विरोधी नारे लगाये. जाम हटाने को लेकर सुदामडीह पुलिस व संयुक्त मोरचा के सदस्यों में नोक-झोंक भी हुई. नेतृत्व जेवीएम नेता अनूप महतो कर रहे थे. मौके पर मनीष सिंह, गौतम महतो, संजय रवानी, मनोज महतो मौजूद थे.