एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव मैदान में खड़ा होना मतदाताओं में भी चरचा का विषय बना हुआ है. संजय बनियाहीर सात नंबर में रहते हैं, तो गूंजा भूतगढ़िया ऑफिसर कॉलोनी में. संजय की मां पंचा देवी कहती हैं, ‘उनकी बहू गूंजा देवी फरवरी, 2015 से अलग चूल्हा जला रही है. वह भूतगढ़िया ऑफिसर कॉलोनी में अपने छोटे पुत्र इशांत कुमार के साथ रहती है, जबकि दो पुत्र आदित्य व आदर्श मेरे साथ रहते हैं.’
दोनों बेटे डीएवी बनियाहीर में पढ़ते हैं. मां-पिता की चुनावी लड़ाई देख कर बेटे भी अचंभित हैं. बहुत कुरेदने पर पंचा ने बताया कि शनिवार को झरिया पुलिस संजय को खोजने आयी थी, लेकिन वह दोपहर से ही कहीं गया हुआ है. उसे पता नहीं. उसका मोबाइल भी बंद है. कहती हैं, ‘पिछले निगम चुनाव में भी गूंजा देवी पार्षद का चुनाव लड़ी थी, लेकिन हार गयी. दोनों एक दूसरे को नीचा दिखाने के लिए चुनाव में खड़े हुए हैं.’ इधर, झरिया थाना के एसआइ आरएस पाठक ने बताया कि वह गलती से संजय कुमार पासवान के घर चले गये थे. पुलिस संजय कुमार को खोज रही है, पार्षद प्रत्याशी को नहीं.