तभी एक एंबुलेंस चालक गेट नंबर दो (कॉलेज की ओर से) काफी तेजी से आ रहा था. दूसरी ओर महिला चिकित्सक अपनी कार पीछे कर रही थी.
एंबुलेंस चालक ने कार में ठोकर मार दी. दोनों वाहनों में खरोच आ गयी. तभी एंबुलेंस चालक उतर कर महिला चिकित्सक के पास गाली देता आ गया. कार का दरवाजा खुद खोल दिया, जबरन हाथ घुसा कर कार से चाबी निकाल ली. हरजाना की मांग करने लगा. काफी देर तक चालक हल्ला-गुल्ला करता रहा. वह आपे से बाहर था. बार-बार कह रहा था कि जिला प्रशासन की गाड़ी है. सबको देख लूंगा. पंद्रह मिनट बाद जब वहां टाइगर जवान आये, तो एंबुलेंस चालक भागा.