धनबाद. धैया निवासी राजेश्वर राय (40) अपनी सरहज अमिता को रक्त देने जालान अस्पताल गये थे. वहां राजेश्वर ने खून तो दिया, लेकिन अस्पताल के ब्लड बैंक की लापरवाही से खून बरबाद हो गया. बताया जाता है कि राजेश्वर के साले नवीन की पत्नी अमिता की डिलिवरी थी. उसे बी पॉजिटिव ब्लड की जरूरत थी.
राजेश्वर ब्लड देने जालान अस्पताल गया. वहां ब्लड बैंक के स्टॉफ ने ब्लड निकालना शुरू कर दिया. ब्लड की थैली में छेद था, हवा प्रवेश करते ही ब्लड जमने लगा. राजेश्वर की नजर इस पर पड़ी, उसने इसकी जानकारी स्टाफ को दी. राजेश्वर ने बताया कि स्टाफ ने ब्लड को मेरे सामने डस्टबीन में जाल दिया. इसके बाद फिर से दूसरे हाथ से ब्लड निकाला.
राजेश्वर ने अधिकारियों से इसकी शिकायत की. इधर, ब्लड बैंक के स्टाफ ने बताया कि कोई बड़ी बात नहीं हुई, थोड़ा सा खून हटाना पड़ा. हालांकि बाकी रक्त प्रयोग में लाया गया.