धनबाद: बलियापुर के पूर्व चिकित्सा प्रभारी डॉ सुनील कुमार व लेखा प्रबंधक राजीव कुमार सिन्हा पर कार्रवाई को लेकर डायरेक्टर इन चीफ (स्वास्थ्य सेवा) व धनबाद के सिविल सजर्न आमने-सामने हो गये हैं. डायरेक्टर इन चीफ (स्वास्थ्य सेवा) डॉ प्रवीण चंद्रा का पत्र विगत एक सप्ताह से सिविल सजर्न कार्यालय की धूल फांक रहा है. सिविल सजर्न डॉ अरुण कुमार सिन्हा ने अभी तक कार्रवाई नहीं की है. सीएस का कहना है कि प्रधान सचिव व मिशन डायरेक्टर के कहने के बाद ही वह कार्रवाई करेंगे. आदेश में डॉ सुनील कुमार पर एफआइआर और राजीव को बरखास्त करने का आदेश है.
क्या है मामला
बलियापुर के पूर्व चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार व लेखा प्रबंधक राजीव कुमार सिन्हा पर वित्तीय अनियमितता का आरोप लगा था. डॉ सुनील कुमार टुंडी, बाघमारा व बलियापुर में रहे. उन पर आरोप था कि उन्होंने जाली पेपर के आधार पर लाखों रुपये भुगतान कर दिये. इससे सरकार को काफी नुकसान हुआ. टुंडी में उनका रिकार्ड काफी खराब पाया गया. इसी तरह लेखा प्रबंधक पर भी वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाया गया. वह संविदा पर हैं. फिलहाल डॉ सुनील कुमार बोकारो के कसमार में पदस्थापित हैं. जबकि लेखा प्रबंधक राजीव बलियापुर में हैं.
सीएस ने की थी जांच
डॉ सुनील कुमार व राजीव कुमार के आरोपों की जांच स्वयं सीएस ने की थी. जांच में उनके साथ जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ पीके भगत ने भी सहयोग किया था. जांच के बाद दोनों पदाधिकारियों ने इसकी रिपोर्ट मुख्यालय को भेज दी थी. अब मुख्यालय से आरोपितों पर कार्रवाई का आदेश आया है.