धनबाद: शहर में लूटपाट और झपटमारी की घटना एकाएक फिर से बढ़ गयी है. राह चलती महिलाओं की चेन झपट ली जा रही है. मंगलवार को तड़के हीरापुर इलाके में दो राहगीरों को शिकार बनाया गया. दोनों से मारपीट भी की गयी. पुलिस कहीं नजर नहीं आयी. जबकि शहर में गश्त के लिए कई टाइगर मोबाइल लगाये गये हैं. हीरापुर के उस इलाके में पुलिस की रात से सुबह तक तैनाती भी रहती है.
ससुराल आ रहे मरीज को लूटा : नालंदा (नीरपुर) से विनोद नगर, त्रिमूर्ति मंदिर स्थित ससुराल आ रहे सुबोध कुमार से पौने चार बजे ज्ञान मुखर्जी रोड में तीन लुटेरों ने रिक्शा रुकवा कर लूटपाट की. चेहरे को गमछा से छिपाये लुटेरों ने चाकू-कट्टा दिखा कर सुबोध से 40 हजार रुपये-मोबाइल लूट लिये. बाद में मोबाइल का सिम लौट दिया. सुबोध को यहां से इलाज के लिए दिल्ली जाना है. बाद में वह ऑटो से अपने साले पिंटू कुमार (पिता-स्व कृष्णा प्रसाद) के साथ धनबाद थाना पहुंचा और रपट लिखायी.
सुबोध ने कहा कि उसे इंफेक्शन है. वह अब इलाज कराने के लिए दिल्ली कैसे जायेगा? पूर्वा एक्सप्रेस का टिकट पूर्व में ही ससुराल वालों ने कटा लिया है. वह फिलहाल कुछ नहीं करता है. पिता से रुपये से लेकर आया था. वह पहले भी कई बार धनबाद आया था. कभी कोई वारदात नहीं हुई थी. इसलिए वह बेखौफ था.
शतरंज के खिलाड़ी भी बने शिकार : शतरंज के नेशनल चैंपियन मनोज कुमार को चार बजे तड़के ज्ञान मुखर्जी रोड में ही तीन लुटेरों ने अपना अगला शिकार बनाया. वह रांची से पाटलिपुत्र एक्सप्रेस से लौटे थे और रिक्शा से माडा कॉलोनी हीरापुर स्थित अपने आवास जा रहे थे. तीनों अपराधियों ने हमला बोल 15 सौ रुपये समेत अन्य संपत्ति लूट ली. शोर मचाने पर गोली मारने की धमकी दी. लेकिन उन्होंने हिम्मत दिखायी और लुटेरों को धक्का देकर भाग निकले. उन्हें थोड़ी चोट भी आयी है. इन दिनों वह शहर के एक स्कूल में शतरंज टीचर भी हैं. पुलिस ने सुबोध कुमार व मनोज कुमार का संयुक्त आवेदन लिया है. किसी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है. मनोज को थाना में परेशानी भी हुई. पुलिस का कहना था कि वह घटना के बाद घर क्यों गये, थाना क्यों नहीं आये. घटनास्थल से 100 गज की दूरी पर ही उनका आवास है.