धनबाद: कांग्रेस के सहयोग से सूबे में सरकार क्या बनी, शाहिद कमर का सारा डर-भय जाता रहा. तभी तो वह कांग्रेस के कार्यक्रम में सार्वजनिक रूप से सामने आ रहे हैं और पुलिस बेखबर है. कानून और पुलिस की नजर में कांग्रेस नेता शाहिद कमर एक साल से फरार चल रहे हैं. इनके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें कई संगीन हैं. मसलन वाहिद हत्याकांड, इरफान हत्याकांड, रेलवे ठेकेदार संजय सिंह हमलाकांड. वासेपुर के कुख्यात अपराधी फहीम खान से चल रहे गैंगवार में वाहिद की रांची में हत्या की गयी थी.
रेलवे ठेके को लेकर इरफान डीआरएम कार्यालय परिसर में मारा गया था. जबकि ठेके के सवाल पर ही संजय सिंह पर चीरागोड़ा में गोलियां गोलियां चली थी. संजय सिंह हमलाकांड में पुलिस शाहिद की कुर्की भी कर चुकी है. पुलिस रिकॉर्ड में शाहिद को फहीम खान गैंग से जुड़ा बताया गया है. एक साल से शाहिद अंडरग्राउंड चल रहे थे.
पुलिस उन्हें ढूंढ़ नहीं पा रही थी. लेकिन शनिवार को वह कांग्रेस विधायकों के मंत्री बनने पर वासेपुर आरा मोड़ में मनाये जा रहे जश्न में पटाखे फोड़ते नजर आये. उन्होंने तसवीरें भी खिचवायीं. उनके साथ उनकी पत्नी शाहिदा कमर भी थी. लेकिन पूछे जाने पर शाहिद की पत्नी शाहिदा कमर का कहना है कि जश्न में उनके पति शाहिद नहीं थे. जब प्रभात खबर ने संबंधित पुलिस अधिकारियों से इस संबंध में उनका पक्ष लेना चाहा तो उन्होंने कुछ भी कहने से कन्नी काट लिया. वैसे यह पहला मामला नहीं जब खास दलों से संरक्षण प्राप्त वारंटी सार्वजनिक समारोहों में खुल कर आते रहे हैं और पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने का साहस नहीं कर पाती है.