– सुनील सिंह –
बोर्रागढ़ : बीसीसीएल कर्मी प्रसादी भुइंया पिछले 12 वर्ष से न्याय के इंतजार में हैं. वे बोर्रागढ़ कोलियरी में कार्यरत थे. समय से छह साल पहले रिटायर होने के कारण पैसे के अभाव में बेटी की शादी व पत्नी का इलाज नहीं हो पा रहा है.
प्रसादी ने बताया कि 17 अक्तूबर 1971 को बोर्रागढ़ कोलियरी में उन्होंने योगदान दिया था. उस समय बने पहचान पत्र में उनकी जन्मतिथि 1947 अंकित है. उसके अनुसार उन्हें वर्ष 2007 तक नौकरी करनी थी. वहीं फॉर्म बी में जन्मतिथि 1947 की जगह पर 1941 लिखा गया है.
इसके तहत प्रबंधन ने उन्हें समय से छह साल पूर्व ही 30 जून 2001 को सेवा मुक्त कर दिया. श्री भुइंया ने बताया कि पत्नी गौरी देवी का इलाज चल रहा है. आर्थिक तंगी के कारण वे अपनी पुत्री की शादी नहीं कर पा रहे हैं. उन्होंने उपायुक्त व सीएमडी को पत्र देकर जन्मतिथि में गड़बड़ी की जांच कर उचित कार्यवाही की मांग की.