धनबाद: आइएसएम में बीस सीटें बढ़ाने का फैसला ले लिया गया. गुरुवार को एकेडमिक काउंसिल ने इस पर अपनी मुहर लगा दी. 2014-15 से संस्थान में कुल 1025 सीटें हो जायेंगी. संस्थान में आइआइटी जेइइ के जरिये दाखिले होते हैं. कुलसचिव कर्नल (रिटायर) एमके सिंह ने यह जानकारी दी.
प्रोडक्शन इंजीनियरिंग व इंजीनियरिंग इन फिजिक्स कोर्स शुरू होगा : काउंसिल ने प्रोडक्शन एंड इंडस्ट्रीयल इंजीनियिरिंग व इंजीनियरिंग इन फिजिक्स कोर्स शुरू करने की भी सहमति दे दी. दोनों कोर्स में बीटेक डिग्री प्रदान की जायेंगी. दोनों में क्रमश: 30 व 22 सीटें होंगी. संस्थान ने माइनिंग विथ एमबीए कोर्स समाप्त करने, फ्यूल एंड मिनरल इंजीनियिरिंग व पेट्रोलियम डुअल डिग्री की सीटों में भी कटौती का निर्णय लिया है.
यह फैसला क्यों : कुलसचिव के अनुसार – कोर्स को खत्म करने व सीटों में कटौती का फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि इनमें छात्रों के दाखिले ( इनटेक) कम हो रहे थे. यही नहीं प्लेसमेंट मार्केट में भी इनके डिमांड का ग्राफ गिर रह था. लिहाजा ऐसा फैसला लेना पड़ा. दूसरी ओर बीस सीटें बढ़ाने के निर्णय से बेहतर सामंजस्य स्थापित करने में मदद मिलेगी. 13-16 अगस्त तक फिनांस कमेटी व जेनरल काउंसिल की बैठक हो रही है. बैठक में संस्थान के विकास संबंधी कई अहम फैसले लिये जायेंगे.
बैठक में ये मौजूद थे : सभी विभागाध्यक्ष, एसोसिएट प्रोफेसर,डीन, आइआइटी खड़गपुर के प्रो पाल , आइआइटी रुड़की के प्रतिनिधि , सिम्फर के प्रो. पी पाल राय, आर एंड सेल के प्रतिनिधि, पूर्व खान सुरक्षा महानिदेशक एसजे सिब्बल, निदेशक प्रो. डीसी पाणिग्रही