बोर्ड के अधिकारियों के मुताबिक लक्ष्मी प्रसाद ने एक किलोवाट बिजली स्वीकृत करायी थी. आठ सौ से हजार रुपया बिजली बिल हर माह भुगतान करता था. जबकि इनके घर में नौ किरायेदार व स्वयं रहते हैं. दस परिवार में मात्र आठ सौ रुपये बिजली बिल आता था. मुख्यालय रांची को गुप्त सूचना मिली थी कि यहां बिजली की चोरी की जा रही है.
लक्ष्मी प्रसाद के खिलाफ सदर थाना में मामला दर्ज किया गया है. उन पर 55 हजार जुर्माना लगाया गया है. इधर करमाटांड़ में बिना बिजली कनेक्शन का एक मामला पिछले दिनों पकड़ा गया. बिजली बोर्ड में बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन देकर बैकरी चलाया जा रहा था. सूचना पर छापामारी की गयी. बिजली चोरी मामले में एफआइआर की गयी और 45 हजार(लगभग) जुर्माना लगाया गया.