धनबाद. सेवाकाल में नियमित बीएड की डिग्री लेनेवाले सीआरपी की संविदा समाप्त होगी. शिक्षा सचिव आराधना पटनायक ने अपने सेवाकाल के दौरान नियमित रूप से डिग्री लेने वाले सीआरपी की संविदा समाप्त करने का आदेश दिया है. यह आदेश उन्होंने राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक में दिया है. डीएसइ बांके बिहारी सिंह ने बताया कि सीआरपी-बीआरपी को बजट में शामिल नहीं किया जायेगा.
जिला स्तर पर सीमित बहाली निकाली जायेगी, जिससे रिक्त पदों को भरा जायेगा. सीआरसीसी के पदों पर नियुक्ति की जायेगी. इस प्रक्रिया में सबसे पहले सेवा समाप्ति की कार्यवाही होगी. फिर सीमित परीक्षा एवं उसके बाद उन्हें सीआरसीसी में समायोजित किया जायेगा. ऐसे सीआरपी से स्पष्टीकरण मांगा जा चुका है. एडीपीओ विजय कुमार ने बताया कि ऐसे करीब 15 सीआरपी हैं.
12वीं तक के स्टूडेंट्स के बीच कंपीटीशन : आठवीं से बारहवीं कक्षा तक के स्टूडेंट्स के बीच फंडामेंटल ड्यूटीज पर कंपीटीशन होगा. इसमें बालकों के लिए अलग एवं बालिकाओं के लिए अलग-अलग प्रतियोगिता होगी. वहीं पहली से आठवीं कक्षा के बच्चों की परीक्षा ली जायेगी. डीएसइ श्री सिंह ने बताया कि आरटीइ में ऐसा कहीं नहीं है कि परीक्षा नहीं ली जानी है. बिल्कुल पहले की तरह परीक्षा लेने का आदेश है.
आयेगी एसआरएम की टीम : राज्य स्तर पर एसआरएम (स्टेट रिव्यू मिशन) का गठन किया गया है. इसकी टीम धनबाद भी आयेगी, जो यहां एक सप्ताह रह कर स्कूलों की गतिविधि पर नजर रखेगी, जांच करेगी. देखेगी कि स्कूल किस स्तर का है और स्कूलों को ग्रेडिंग देगी. इसके अलावा सोशल ऑडिट कराया जायेगा, जिसके लिए कुछ प्रबुद्ध लोगों की भी मदद ली जायेगी.
मूवमेंट रजिस्टर : जिले के सभी प्रखंड संसाधन केंद्र (बीआरसी) में एक मूवमेंट रजिस्टर होगा. इसमें संबंधित क्षेत्रों के लिए निकले कर्मियों की रिपोर्टिग दर्ज होगी. इसकी मदद से यह जानकारी रखी जायेगी कि संबंधित कर्मी उस दिन किस क्षेत्र में हैं या क्षेत्र भ्रमण के नाम पर घर में तो नहीं बैठे हैं.
कटेगा स्कूल से नाम : स्कूल में जो बच्चे एक दिन भी नहीं आते हैं, उनका नाम काटा जायेगा. अभिभावकों से शपथ पत्र लिया जायेगा कि उनके बच्चे का नाम किसी औ स्कूल में नहीं है. इसके अलावा स्कूल भी प्रमाण देंगे कि उनके स्कूल में ऐसे बच्चे नहीं हैं, जो दो जगह नामांकित हैं. प्रमाणपत्र लेने के बाद अगर किसी स्कूल में ऐसे बच्चे का पता चलेगा तो संबंधित एचएम पर कार्रवाई होगी. शिक्षा सचिव ने एमडीएम एवं पुस्तक वितरण से लाभान्वित अलग-अलग छात्र संख्या को भी गंभीरता से लिया है.
18 स्कूल पर एक सीआरसी : हर 18 स्कूलों पर एक सीआरसी होंगे. फिलहाल 18 से काफी अधिक स्कूलों पर एक सीआरसी हैं, जिसे बांटा जायेगा. बाल समागम के सभी जिलास्तरीय विजेताओं को प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार का प्रमाणपत्र दिया जायेगा. इसके अलावा जिला स्तर पर प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र दिया जायेगा.