धनबाद: धनबाद भाजपा में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा. जिलाध्यक्ष हरि प्रकाश लाटा की दूसरी पारी को तीन माह से अधिक बीत चुके हैं. बावजूद इसके अब तक जिला कमेटी नहीं बन पायी है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ रवींद्र राय ने 26 अप्रैल 2013 को श्री लाटा को दुबारा जिलाध्यक्ष बनाने की घोषणा की थी. फिर जल्द ही जिला कमेटी घोषित करने की बात हुई. इस जल्दी को भी तीन माह से अधिक हो गये, पर वह समय नहीं आया.
सूत्रों के अनुसार पार्टी विद ए डिफरेंस का दावा करने वाली भाजपा में अब न पहले वाला अनुशासन रहा और न ही वह धार. मिशन 2014 की तैयारी में नरेंद्र मोदी के जादू के सहारे चुनावी वैतरणी पार करने की जुगत में जुटे भाजपाई यहां नमो के फरमान की भी हवा निकाल रहे हैं. हर बूथ तक पार्टी की पहुंच बनाने का मोदी का फरमान है. धनबाद जिले में दो हजार चुनाव बूथ हैं. जब 96 दिनों में 15 सदस्यीय जिला कमेटी नहीं बन पायी तो अगले सात माह के दौरान कैसे दो हजार बूथ कमेटियां बन पायेंगी?
प्रदेश ने लटकाया : पार्टी सूत्रों के अनुसार पहली बार जिला कमेटी पर प्रदेश नेतृत्व भी कुंडली मार कर बैठ गया है. जिलाध्यक्ष की ओर से सौंपी गयी सूची को पहली बार मंजूरी देने में प्रदेश नेतृत्व ने इतना समय लगाया है. अब यह मामला सोशल साइट पर भी आ गया है. फेसबुक पर भी भाजपा में विवाद की बातें पोस्ट हो रही हैं. कहा जा रहा है कि सांसद एवं जिलाध्यक्ष के बीच विवाद के कारण जिला कमेटी नहीं बन पा रही है.