धनबाद: बिहार, जिला गया के रामपुर निवासी बबन राम ने सोमवार को सरायढेला थाना में दहेज हत्या का मामला दर्ज कराया. बबन की पुत्री क विता की हत्या का आरोप उसके ससुरल पक्ष पर लगाया गया है. ससुराल पक्ष के सारे लोग हजारीबाग पदमा से फरार हैं. क विता की शादी सरायढेला स्थित खरनागढ़ा निवासी रिटायर कोलकर्मी सुखदेव राम के पुत्र शीतल कुमार से 2005 में हुई थी. प्राथमिकी में पति शीतल कुमार, ससुर सुखदेव राम, सास शकुंतला देवी व ननद सुमन देवी नामजद किये गये हैं.
शव को खाट पर छोड़ भागे ससुराल वाले : 18 जुलाई को कविता ने अपने पिता को फोन कर प्रताड़ित करने की सूचना दी थी. पिता ने अगले दिन आकर सुलह करने की बात कही. बेटी ने पिता से दो लाख रुपया की भी मांग की. पिता 19 जुलाई को बेटी की ससुराल आये तो घर बंद देखा. इसके बाद सुखदेव के पैतृक गांव हजारीबाग पदमा बाजार बरही पहुंचे, और वहां घर बंद पाया. आस पड़ोस की मदद से घर खुलवाया तो कविता का शव खाट पर पड़ा देखा. उसकी गर्दन में रस्सी का निशान, चेहरा व शरीर के अन्य हिस्सा में चोट का निशान व कई हिस्सों में सूजन भी थी. सभी जेवर उसके शरीर से उतार लिए गए थे. डीएसपी लॉ एंड आर्डर अमित कुमार के पास सोमवार को बबन राम, मामा विनोद कुमार, प्रमोद कुमार, गौतम कुमार, राजेश कुमार व अजय कुमार ने बयान दिया. बेटी की निर्मम हत्या का आरोप ससुराल वालों पर लगाया.
लाखों देने के बाद भी कविता नहीं रही : शादी के बाद दोनों से एक पुत्र व पुत्री हुई, बेटा ढ़ाई साल व बेटी पांच साल की है. शादी के बाद ससुराल वाले लगातार कविता को दहेज के लिए प्रताड़ित करते रहते थे.