जोड़ापोखर थाना कैंपस, धनबादः सर, गलती हो गयी. हमलोगों को बैट खरीदना था. पैसे की जरूरत थी. प्लान बनाया कि अभिषेक की हत्या कर उसका मोबाइल व साइकिल बेच कर पैसे का जुगाड़ कर लेंगे. अभिषेक को बुलाकर दामोदर नदी नहाने के लिए ले गये. नहाने के दौरान हम दोनों ने गला व हाथ पकड़ कर अभिषेक को पानी में डुबा दिया. उसका मोबाइल व साइकिल ले जाकर अमलाबाद में एक हजार रुपये में बेच दिये. पैसे आपस में बांट लिये. बैट खरीदे और बचे पैसे खा–पीकर खर्च कर दिये. गलती हो गयी सर. जेल मत भेजिए. हमलोग सही–सही बता दिये.
शनिवार को दोपहर जोड़ापोखर थाना में पुलिस कस्टडी में 12 वर्षीय राजन (काल्पनिक नाम) और 18 वर्षीय राहुल चक्रवर्ती की इस स्वीकारोक्ति के साथ ही डिगवाडीह निवासी टेंपो चालक अजीत सेन के इकलौते पुत्र अभिषेक सेन (12) की हत्या के सनसनीखेज कांड का परदाफाश हो गया. अभिषेक डिगवाडीह स्थित सेंट चिश्ती स्कूल की पांचवीं कक्षा का छात्र था.
राजन और राहुल ने अभिषेक की हत्या में अपनी संलिप्ता की कहानी बयां करने के साथ ही पुलिस के सामने खुद को बचाने की गुहार लगायी. राजन और राहुल की ओर से अभिषेक की हत्या में अपनी संलिप्तता स्वीकारने और हत्या की वजह बताने के बाद धनबाद कोयलांचल का परिवार–समाज खास कर प्रबुद्ध वर्ग एक बार फिर बेचैन हो उठा है. खेलने–कूदने की उम्र में दो बच्चों ने एक बच्चे को सिर्फ इसलिए मार डाला, क्योंकि क्रिकेट का बैट खरीदने के लिए उन्हें पैसे चाहिए थे.
कौन है राजन : अभिषेक की हत्या को अंजाम देनेवालों में एक 12 वर्षीय राजन (काल्पनिक नाम) पाथरडीह के नुनुडीह इलाके के एक स्कूल में आठवीं कक्षा का छात्र है. राजन के पिता टिस्को के ऑफिसर क्लब में कंट्रेक्ट मजदूर का काम करते हैं. अपने दो भाई व मां के साथ वहीं क्वार्टर में रहता है.
कौन है राहुल : दूसरा आरोपी राहुल चक्रवर्ती अपना उम्र 18 वर्ष बता रहा है. मूलत: अमलाबाद थाना क्षेत्र के मोहाल ग्राम निवासी राहुल के पिता के नाम गोवर्धन चक्रवर्ती है. राहुल अपने मां, पिता व भाई के साथ एक वर्ष से डिगवाडीह 12 नंबर स्थित ऑफिसर बंगले के सर्वेट क्वार्टर में रहता है. पिता व भाई पुजारी हैं. राहुल आठवी पास कर पढ़ाई छोड़ चुका है.
(अभय कुमार)