धनबाद: ऊर्जा विभाग के महाप्रबंधक धनेश झा ने खुलासा किया है कि गुरुवार को गृह मंत्री राजनाथ सिंह के दौरे को लेकर उन्होंने डीवीसी से निर्बाध बिजली का आग्रह किया था. लेकिन उनकी नहीं सुनी गयी. उन्होंने बताया : उपायुक्त कार्यालय से जैसे ही गृहमंत्री के आने के प्रोग्राम पता चला, डीवीसी के चेयरमैन, सीएलडी एवं अधीक्षण अभियंता को पत्र लिख कर उस दौरान निर्बाध बिजली देने का आग्रह किया गया. लेकिन सुबह और शाम बिजली की कटौती की गयी.
इधर, डीवीसी पुटकी के अधीक्षण अभियंता विवेक रस्तोगी ने बताया कि गृहमंत्री के कार्यक्रम को लेकर भूली में 10 बजे से एक बजे तक बिजली कटौती करने की जगह वहां सुबह सात बजे से 10 बजे तक कटौती की गयी. पूर्वाह्न 11 बजे से एक बजे दिन तक वहां बिजली दी गयी. उन्होंने बताया कि मुख्यालय से साफ निर्देश है कि जब तक बकाये का भुगतान नहीं होता है तब तक छह घंटे की शेडिंग जारी रहेगी. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नौ दिसंबर को धनबाद आगमन पर डीवीसी ने कटौती कम कर लोगों को राहत दी थी.
घर-घर होगी आज से मीटर की जांच
ऊर्जा वितरण विकास लिमिटेड रांची मुख्यालय से तीन सदस्यीय टीम शुक्रवार को धनबाद पहुंच रही है. टीम घरेलू, वाणिज्यिक एवं औद्योगिक क्षेत्रों में लगे तीन फेज वाले मीटरों की जांच करेगी. ऊर्जा विकास लिमिटेड के कार्यपालक अभियंता (स्थापना) मो असगर अली अंसारी ने बताया कि वितरण लिमिटेड के प्रबंध निदेशक केके वर्मा के निर्देश पर बनी तीन सदस्यीय टीम में मुख्यालय के कार्यपालक अभियंता केडी सिंह, गौतम मुखर्जी एवं सहायक अभियंता बीके सिंह हैं. उन्होंने बताया कि यह टीम एक सप्ताह के लिए आयेगी. टीम दुकान एवं व्यापारिक संस्थान के साथ-साथ फैक्टरियों में भी जांच करेगी. मालूम हो कि पिछले दो माह से धनबाद विद्युत आपूर्ति क्षेत्र में वहां से दो बार टीम आ चुकी है. इसका परिणाम भी अच्छा मिला है. खराब मीटर बदले गये हैं. जो लोग कम भार लेकर ज्यादा बिजली की खपत करते थे उनके खिलाफ कार्रवाई भी हुई है. दो माह में राजस्व में भी वृद्धि हुई है.
निर्माणाधीन अपार्टमेंट की सूची तलब : निगम के प्रबंधन निदेशक श्री वर्मा ने पूरे एरिया बोर्ड क्षेत्र के निर्माणाधीन अपार्टमेंटों की सूची मांगी है. उन्होंने ऊर्जा विकास लिमिटेड के महाप्रबंधक को निर्देश दिया है कि सभी सहायक अभियंताओं से 15 दिनों में पूरे क्षेत्रों में बन रहे अपार्टमेंट का निरीक्षण करके सूची भिजवायें. इसके आधार पर बिजली खपत का आकलन किया जायेगा.