सुरक्षा को ले विक्ट्री चानक का घेराव

बस्ताकोला : केबल चोरो द्वारा खदान में घुसकर अधिकारियों व कर्मियों की पिटाई करने से नाराज कोलकर्मियों ने गुरुवार को बीसीकेयू के बैनर तले विक्ट्री कोलियरी चानक पर प्रबंधन का घेराव किया. सभी सुरक्षा की मांग करते हुए प्रदर्शन कर रहे थे. आंदोलन के कारण इस दौरान लगभग दो घंटे तक उत्पादन प्रभावित रहा. कोलकर्मियों […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 27, 2019 8:40 AM

बस्ताकोला : केबल चोरो द्वारा खदान में घुसकर अधिकारियों व कर्मियों की पिटाई करने से नाराज कोलकर्मियों ने गुरुवार को बीसीकेयू के बैनर तले विक्ट्री कोलियरी चानक पर प्रबंधन का घेराव किया. सभी सुरक्षा की मांग करते हुए प्रदर्शन कर रहे थे. आंदोलन के कारण इस दौरान लगभग दो घंटे तक उत्पादन प्रभावित रहा. कोलकर्मियों का नेतृत्व बीसीकेयू के शाखा सचिव नागेंद्र यादव कर रहे थे.

उन्होंने कहा कि कोयला कर्मी सैकड़ों फीट गहरे भूमिगत खदान में भी सुरक्षित नहीं हैं. चोर खदान में घुसकर अधिकारी व कर्मियों की पिटाई कर देते हैं. प्रबंधन सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम करे अन्यथा उग्र आंदोलन किया जायेगा. इसके बाद प्रबंधक अजय भुईंया ने वार्ता कर कर्मियों को सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम करने का आश्वासन दिया, तब जाकर मामला शांत हुआ.
मौके पर नागेंद्र यादव, अरविंद प्रसाद, शिवदत्त कुमार, सोमरिया देवी, शेषनाथ अहीर, महिपाल यादव, गणेश प्रसाद, अशोक कुमार, राजेंद्र यादव आदि थे. ज्ञात हो कि मंगलवार की रात बंद सद्भाव आउटसोर्सिंग परियोजना के सिरमुहान के रास्ते चोरों ने विक्ट्री कोलयरी खदान में घुसकर तीन लाख रुपये मूल्य का केबल काट लिया था. इस दौरान चोरों ने खदान में गये अधिकारी व कर्मियों की पिटाई भी की थी.
ट्यूब के सहारे तैरकर खदान में पहुंचते हैं चोर: बताया जाता है कि बंद फेस में पानी भरा होने के कारण चोर ट्यूब के सहारे पानी में तैरकर सिरमुहान तक पहुंचते हैं. इसके बाद विक्ट्री कोलियरी खदान में प्रवेश कर जाते हैं. विश्वकर्मा बंद परियोजना में नौ सिरमुहान हैं, जो विक्ट्री कोलियरी खदान से जुड़ती है.
घटना के बाद प्रबंधन हुआ गंभीर
गुरुवार को बस्ताकोला कोलियरी के पीओ उद्धव प्रसाद, सर्वेयर एसके झा ने धनसार कोलियरी पीओ आरके शर्मा व प्रबंधक विष्णु कुमार से मिलकर घटना पर चर्चा की. अधिकारियों ने बंद धनसार आउटसोर्सिंग सद्भाव प्रोजेक्ट के सिरमुहान के 600 फीट नीचे जाकर निरीक्षण भी किया.
इन सिरमुहानों की भरायी करने पर चर्चा की. प्रबंधन का कहना है कि पानी भरे होने कारण इन सिरमुहानो की भराई करने में दिक्कत हो रही है. एक पंप लगाकर पानी सुखाया जा रहा है. जल्द ही एक और पंप लगाकर पानी निकाल कर सिरमुहानों को बंद कर दिया जाएगा.

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