मैथन-पंचेत डैम का जलस्तर बढ़ा, बाढ़ का खतरा, अलर्ट

मैथन/पंचेत : लगातार हो रही बारिश से मैथन व पंचेत डैम का जलस्तर बढ़ गया है. मैथन में 490.5 एकड़ फुट व पंचेत डैम का जलस्तर 419.32 एकड़ फुट तक पहुंचा गया है. मैथन से रविवार शाम से पांच हजार क्यूसेक व पंचेत डैम से 15000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. मैथन डैम में […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 30, 2019 8:12 AM

मैथन/पंचेत : लगातार हो रही बारिश से मैथन व पंचेत डैम का जलस्तर बढ़ गया है. मैथन में 490.5 एकड़ फुट व पंचेत डैम का जलस्तर 419.32 एकड़ फुट तक पहुंचा गया है. मैथन से रविवार शाम से पांच हजार क्यूसेक व पंचेत डैम से 15000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. मैथन डैम में एक लाख क्यूसेक व पंचेत डैम में 42 हजार क्यूसेक पानी प्रति घंटे जमा हो रहा है.

दोनों डैम से पानी छोड़े जाने के कारण पश्चिम बंगाल के निचले इलाके व जामताड़ा के ऊपरी भाग में हाई अलर्ट जारी किया गया है. डैम की स्थिति पर केंद्रीय जल आयोग एवं डीवीसी के एमआरओ विभाग की टीम नजर बनाए रखी है. मैथन डैम में 495 एकड़ फुट, जो खतरे के निशान से नीचे है, जबकि पंचेत डैम में पानी 425 एकड़ फुट के समीप आ गया है, जो खतरे के निशान से सटा हुआ है.
रविवार को मैथन डैम के नौ गेट खोल दिये गये हैं.
आज शाम को खतरे का निशान के पार कर जायेगा पंचेत डैम
पंचेत. केंद्रीय जल संरक्षण आयोग (सीडब्ल्यूसी) के डीबीआरसीसी विभाग की ओर से मेंबर सेक्रेट्री अमित कुमार झा ने डीवीसी पंचेत को लेकर हाई अलर्ट जारी किया है.
हाइ अलर्ट की जानकारी डीवीसी ने अपने चेयरमैन, पुरुलिया के डीएम, धनबाद के डीसी, जामताड़ा के डीसी, सीनियर चीफ इंजीनियर मैथन, चीफ इंजीनियर कोलकाता, मुख्य अभियंता डब्ल्यूआरडी झारखंड सरकार को भी दी है. उसमें कहा गया है कि डीवीसी पंचेत का वाटर लेवल 425 एकड़ फुट है. अगर बारिश की रफ्तार यही रही तो 30 सितंबर की दोपहर 3 बजे तक पंचेत डैम का वाटर लेबल खतरे के निशान पार कर जायेगा.
इस स्थिति में पंचेत डैम के प्रभावित इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है. इसलिए डीवीसी पंचेत के प्रभावित इलाकों में बसे लोगों को खाली कराया जाए. प्रभावित निचला क्षेत्र जलमग्न हो सकता है. इससे जानमाल की क्षति पहुंच सकती है. इस स्थिति में वहां बसे लोगों को अविलंब खाली कराया जाए.
इन इलाकों को खाली कराया जा सकता है
निरसा अंचल के दलदली स्थित श्री श्री गोकुलानंद आश्रम, बांद्राबाद, पाबैंया, डुमरिया के अलावा पश्चिम बंगाल का बराकर, डिसरगढ़, वर्धमान, दुर्गापुर, अंडाल व हुगली का कई इलाका.
निचले इलाके के गांवों को खाली कराने के लिए डीवीसी ने प्रशासन को लिखा पत्र
मैथन से पांच हजार व पंचेत डैम से 15 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है
मैथन डैम में एक लाख व पंचेत डैम में 42 हजार क्यूसेक पानी प्रति घंटे हो रहा है जमा

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