मरम्मत पर 15 लाख खर्च, पर एक घंटे भी नहीं चली शॉवेल मशीन

बीसीसीएल में एक के बाद एकमरम्मत के नाम पर ‌वर्ष 2014 में निकाला था 14,25,450 रुपये का टेंडर कागजात पर शॉवेल की मरम्मत दिखा कर दिया गया भुगतान धनबाद : बीसीसीएल में एक के बाद एक घोटाले सामने आ रहे हैं. पिछले दिनों ब्रेकडाउन डोजर के हजारों लीटर डीजल पी जाने का मामला सामने आया […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 22, 2019 3:15 AM

बीसीसीएल में एक के बाद एकमरम्मत के नाम पर ‌वर्ष 2014 में निकाला था 14,25,450 रुपये का टेंडर

कागजात पर शॉवेल की मरम्मत दिखा कर दिया गया भुगतान
धनबाद : बीसीसीएल में एक के बाद एक घोटाले सामने आ रहे हैं. पिछले दिनों ब्रेकडाउन डोजर के हजारों लीटर डीजल पी जाने का मामला सामने आया था. ऐसा ही एक और मामला सामने आया है. इसमें वर्षों से कबाड़ पड़ी शॉवेल मशीन की मरम्मत के नाम पर 15 लाख रुपये खर्च कर दिये गये, जबकि टेंडर व मरम्मत की तिथि से आज तक वह मशीन एक घंटे भी नहीं चली. मामला बीसीसीएल के ब्लॉक-टू एरिया का है.
यहां वर्ष 1985 में स्थापित शॉवेल मशीन (195-बी), वर्ष 2013 के पहले से ही बंद है. इसके बाद भी स्थानीय प्रबंधन ने मशीन की मरम्मत के नाम पर करीब 15 लाख रुपये (14,25,450 रुपये) का टेंडर निकाला. टेंडर के बाद प्रबंधन ने कागज पर शॉवेल मशीन की मरम्मत भी दिखा दी, पर उक्त मशीन आज तक बंद पड़ी है. टेंडर और कार्य आदेश के मुताबिक मशीन मरम्मत करने वाली ठेका कंपनी को मरम्मत के बाद अगले 18 माह या पांच हजार घंटा की वारंटी देनी थी, जबकि मशीन एक घंटे भी नहीं चली. यानी बिना काम हुए ठेका कंपनी को भुगतान कर दिया गया.
प्रगति रिपोर्ट में छह वर्षों से ब्रेकडाउन है शॉवेल मशीन : 10 सितंबर 1985 को ब्लॉक-टू एरिया में शॉवेल मशीन 195-बी स्थापित की गयी थी. कंपनी प्रबंधन की ओर से चालू वित्तीय वर्ष (2019-20) की 26 जुलाई से 25 अगस्त की प्रगति रिपोर्ट के मुताबिक उक्त शॉवेल दो मार्च 2013 के बाद एक घंटे भी नहीं चली है. आज भी मशीन ब्रेकडाउन है. स्थानीय प्रबंधन के मुताबिक उक्त शॉवेल मशीन कबाड़ हो गयी है.

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