धनबाद: धनबाद जिले के निरसा को नया अनुमंडल बनाने का प्रस्ताव आज यहां सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया. साथ ही एक बार फिर से राधा नगर एवं राजगंज को प्रखंड बनाने का प्रस्ताव भी राज्य सरकार को भेजा जायेगा.
सोमवार को समाहरणालय में उपायुक्त प्रशांत कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में नये अनुमंडल, प्रखंड बनाने के मुद्दे पर चर्चा हुई. बैठक में एसी विनय कुमार राय, एडीएम (आपूर्ति) अनिल सिंह, एसडीएम अभिषेक श्रीवास्तव, प्रभारी पदाधिकारी (सामान्य शाखा) जगबंधु महथा, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी सुरेश लकड़ा, जिला पंचायती राज पदाधिकारी सीबी तिवारी के अलावा सभी बीडीओ, सीओ मौजूद थे. सिर्फ धनबाद सीओ नहीं थे. बैठक में सर्वसम्मति से निरसा को नया अनुमंडल बनाने का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजने का निर्णय लिया गया. निरसा अनुमंडल में पूरे निरसा विधानसभा क्षेत्र के तीन प्रखंड निरसा, एग्यारकुंड एवं कलियासोल तथा चिरकुंडा नगर पंचायत क्षेत्र को शामिल करने का सुझाव दिया गया है. इसके लिए निरसा के बीडीओ, सीओ को प्रस्ताव तैयार करने के लिए कहा गया.
गोपालगंज या मैथन में होगा मुख्यालय : निरसा अनुमंडल का मुख्यालय गोपालगंज या मैथन में बनाने का सुझाव दिया गया है. गोपालगंज में बड़े पैमाने पर सरकारी जमीन खाली है. साथ ही गोपालगंज जीटी रोड से सटा हुआ है. मैथन में जमीन के लिए ़डीवीसी से बात करनी होगी. बैठक में कहा गया कि निरसा की जनसंख्या काफी अधिक है. वहां डीवीसी, एमपीएल सहित कई बड़े उद्योग हैं, जहां आये दिन विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होते रहती है. निरसा क्षेत्र के लिए पहले से ही एक डीएसपी का पद सृजित है. निरसा पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल से भी सटा हुआ है.
नये प्रखंडों पर भी बनी सहमति : बैठक में बाघमारा प्रखंड को विभाजित कर राजगंज एवं राधा नगर को प्रखंड बनाने का प्रस्ताव फिर से भेजने पर सहमति बनी. पिछली बार भेजे गये प्रस्ताव में कुछ तकनीकी गड़बड़ी रह गयी थी, जिसे राज्य सरकार ने लौटा दिया था. बाघमारा के बीडीओ, सीओ को राजगंज एवं राधा नगर को प्रखंड बनाने का प्रस्ताव सभी तकनीकी अड़चनों को दूर करते हुए अविलंब भेजने के लिए कहा गया. निरसा को अनुमंडल बनाने गोविंदपुर भी था मजबूत दावेदार : नये अनुमंडल को ले कर गोविंदपुर प्रखंड के नागरिक एवं नेता दावा कर रहे हैं. गोविंदपुर ब्रिटिश शासनकाल में अनुमंडल था. गोविंदपुर के अनुमंडल बनने से गोविंदपुर, बलियापुर, टुंडी तथा पूर्वी टुंडी के लोगों को राहत मिलती.