पारसनाथ-हावड़ा डीडी ट्रेन की योजना अधर में

धनबाद : जैन तीर्थ यात्रियों के लिए पारसनाथ से हावड़ा के बीच डबल डेकर ट्रेन चलाने की योजना अधर में लटक गयी है. इस ट्रेन को चलाने के लिए धनबाद रेल मंडल ने दो बोगी छह माह पहले धनबाद मंगवा ली. इसका फुल रैक आने के बाद ही ट्रायल हो पाता. कई बाद धनबाद रेल […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 17, 2018 6:33 AM
धनबाद : जैन तीर्थ यात्रियों के लिए पारसनाथ से हावड़ा के बीच डबल डेकर ट्रेन चलाने की योजना अधर में लटक गयी है. इस ट्रेन को चलाने के लिए धनबाद रेल मंडल ने दो बोगी छह माह पहले धनबाद मंगवा ली. इसका फुल रैक आने के बाद ही ट्रायल हो पाता. कई बाद धनबाद रेल मंडल ने हावड़ा डिवीजन से फुल रैक मांगा, लेकिन हावड़ा ने रुचि नहीं ली.
अक्तूबर 2011 में शुरू हुआ था परिचालन : धनबाद से हावड़ा के बीच एसी डबल डेकर ट्रेन का परिचालन अक्तूबर 2011 में शुरू किया गया था. यह देश की पहली एसी डबल डेकर ट्रेन थी. शुरुआत से इस ट्रेन के परिचालन में रेलवे को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा था.
इसकी वजह से 24 दिसंबर 2014 में इसके परिचालन को अस्थायी तौर पर बंद कर दिया गया था. रेलवे ने बताया कि ज्यादा कोहरे के कारण ट्रेन का परिचालन एक माह के रद्द रहेगा.इसके बाद यह ट्रेन लगातार रद्द होती गयी और फिर बंद हो गया, जबकि रेलवे के टाइम टेबल में यह ट्रेन 2018 तक रही.
फुल रैक का यार्ड में हो रहा इंतजार
लगभग सात माह पहले धनबाद रेल मंडल मुख्यालय के यार्ड में डबल डेकर ट्रेन की एक बोगी इंजन के साथ पहुंची. मंडल के अधिकारी इसे लेकर ट्रायल करने की सोच रहे थे. इसे लेकर इस्टर्न जोन के कमिश्नर ऑफ रेल सेफ्टी से ट्रायल की तिथि मांगी गयी. इसके बाद उन्होंने फुल रैक लाने की बात कही. मंडल ने हावड़ा डिवीजन से फुल रैक मांगा, लेकिन न तो फुल रैक मिली और न ही इसका ट्रायल हो पाया.
ट्रेन को चलाने के लिए हुए थे कई कार्य
पारसनाथ से हावड़ा के बीच डबल डेकर ट्रेन को चलाने के लिए धनबाद मंडल की ओर से कई कार्य किये गये. पारसनाथ से लेकर गोमो तक के प्लेटफॉर्म को नीचा किया गया, इसके साथ ही प्लेटफॉर्म के शेड को डबल डेकर के अनुसार लगाया गया. वहीं धनबाद में पहले ही डबल डेकर ट्रेन की पूरी व्यवस्था की हुई थी.
डबल डेकर ट्रेन चलाने के लिए धनबाद रेल मंडल तैयार है. उसे लेकर कई कार्य भी कर लिये गये हैं. हावड़ा से फुल रैक मांगा गया है. जैसे ही रैक मिलेगा, उसके बाद इसका ट्रायल किया जायेगा. उसके बाद पारसनाथ से हवाड़ा के बीच ट्रेन का परिचालन शुरू हो जायेगा.
अनिल कुमार मिश्र, डीआरएम

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