विश्व मधुमेह दिवस : सात माह के आंकड़े बता रहे स्थिति की भयावहता, 1712 सुगर व 1959 बीपी के मरीज

धनबाद : वित्तीय वर्ष 2018-19 में जिले में अब तक (अप्रैल से अक्टूबर 2018) हाइपर टेंशन (बीपी) के 1959 व सुगर के 1712 नये मरीज मिले हैं. 574 ऐसे मरीज जांच में पाये गये हैं, जो बीपी व सुगर दोनों से ग्रसित हैं. सात माह में 28,844 लोगों की स्क्रीनिंग करायी गयी है. स्वास्थ्य विभाग […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 15, 2018 8:21 AM
धनबाद : वित्तीय वर्ष 2018-19 में जिले में अब तक (अप्रैल से अक्टूबर 2018) हाइपर टेंशन (बीपी) के 1959 व सुगर के 1712 नये मरीज मिले हैं. 574 ऐसे मरीज जांच में पाये गये हैं, जो बीपी व सुगर दोनों से ग्रसित हैं. सात माह में 28,844 लोगों की स्क्रीनिंग करायी गयी है. स्वास्थ्य विभाग के एनपीसीडीसीएस (नेशनल प्रोग्राम फॉर प्रवेंशन एंड कंट्रोल ऑफ कैंसर, डायबिटीज, सीवीडी एंड स्ट्रोक) के तहत इन मरीजों की पहचान की गयी है. इसका पुराना नाम एनसीडी सेल (नन कम्युनिकेबल डिजीज) था. फिलहाल एनपीसीडीसीएस प्रोग्राम के तहत सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में जांच करायी जा रही है. इसमें पीड़ित पाये गये मरीजों को पीएमसीएच या दूसरी हायर सेकेंड्री अस्पताल में भेजा जा रहा है.
माउथ कैंसर के मरीज ज्यादा : कैंसर जांच में सबसे अधिक मामले माउथ कैंसर के आ रहे हैं. इन सात माह में लगभग 31 कैंसर के मरीज चिह्नित किये गये हैं. इनमें कई गंभीर मरीजों को इलाज के लिए बाहर भेजा गया है. इसमें साथ ही सर्वाइकल कैंसर व ब्रेस्ट कैंसर के मरीज की भी पहचान हो रही है. इसके लिए पीएमसीएच में अलग से कैंसर जांच केंद्र बनाया गया है. पान-गुटखा व अन्य तंबाकू उत्पाद के कारण सबसे ज्यादा मुंह के कैंसर पाये जा रहे हैं. पीएमसीएच के दंत विभाग में माउथ कैंसर की पहचान हो रही हैं.
ह्दय व पक्षाघात के 279 मरीज : प्रोग्राम के तहत हृदय व पक्षाघात के मरीजों की भी पहचान हो रही हैं. इब तक इस वित्तीय वर्ष में अभी तक 279 मरीजों की पहचान की गयी है. इसमें पक्षाघात (स्ट्रोक) के मरीज अधिक हैं. इन मरीजों को इलाज के लिए पीएमसीएच भेजा गया है. गंभीर मरीज को रिम्स व दूसरे संस्थान भेजे गये हैं. पीएमसीएच में ह्दय के चिकित्सक नहीं होने के कारण मरीजों को बाहर जाना पड़ता है.
चलाया जा रहा अभियान
सुगर व बीपी के प्रति लोगों को जागरूक होने की जरूरत हैं. इसके लिए केंद्रों में जांच कराये जा रहे हैं. समय-समय पर इसके लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है.
डॉ आलोक विश्वकर्मा, सदर चिकित्सा प्रभारी.
जागरूकता के लिए दाग ने लगाये ब्लू बैलून
धनबाद : विश्व मधुमेह दिवस पर धनबाद एक्शन ग्रुप (दाग) की ओर से ब्लू बैलून व ब्लू रिबन लगाकर लोगों को जागरूक किया गया. नेतृत्व डॉ एनके सिंह ने किया. उन्होंने बताया कि ब्लू रंग आसमान का रंग है ओर यह एकता व एकजुटता को दर्शाता है. इसका उद्देश्य है कि हम सभी लोग सामूहिक प्रयास से मधुमेह पर नियंत्रण पा सकते हैं. उन्होंने कहा कि मधुमेह को लेकर परिवार वालों को जागरूक किया जा रहा है. ताकि अपने मरीज को ठीक से केयर करें. खानपान में सुधार करके व नियमित एक्सरसाइज से मधुमेह पर नियंत्रण पाया जा सकता है. इस दौरान पूरे रांगाटांड़ श्रमिक चौक को ब्लू रिबन बनाकर घेरा गया. मौके पर डॉ लीना सिंह, डॉ ऋचा सिंह, हर्ष प्रताप, धीरज शर्मा, मिहिर कुमार, लालू सिंह, दीपक, रवि श्रीवास्तव, शिव, रमेश गांधी, अजीत कुमार अादि मौजूद थे.
रन फॉर डायबिटीज का आयोजन कल
धनबाद. विश्व मधुमेह दिवस पर 16 को झारखंड डायबिटीक एंड आइ क्लिनिक की ओर से रन फॉर डायबिटीज का आयोजन किया जायेगा. इसमें रोटरी क्लब, बैंक मोड़ व पुराना बाजार चेंबर का भी सहयोग रहेगा. ये बातें क्लिनिक के डॉ अजय पटवारी ने कही. उन्होंने कहा कि सुबह 10.30 बजे दौड़ शुरू होगी. इसके बाद लेख व पेंटिंग प्रतियोगिता के विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया जायेगा.
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ सीमा पटवारी ने कहा कि इस बार का थीम सुगर से ग्रसित मरीज के परिजनों को जागरूक करना है. जागरूक होने से अपने मरीज को समय पर इलाज कराना, चेक अप कराना आदि कर सकते हैं. मौके पर चेंबर के अजय नारायण लाल, बैंक मोड़ चेंबर अध्यक्ष प्रभात सुरोलिया आदि मौजूद थे.

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