धनबाद: गिरिडीह जिले के सरिया को अनुमंडल बनाने के प्रस्ताव को हेमंत सरकार की मंजूरी मिलने के बाद धनबाद के लोग एक बार फिर खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं. धनबाद जैसे बड़े जिले में, जहां अभी आठ प्रखंड एवं नगर निगम है, में सिर्फ एक अनुमंडल है. धनबाद जिले में दो अनुमंडल बनाने का प्रस्ताव राज्य सरकार को कई बार भेजा गया है.
यहां गोविंदपुर एवं कतरास या बाघमारा को अनुमंडल का दर्जा देने की अनुशंसा की गयी है. विभिन्न राजनीतिक दलों की ओर से गोविंदपुर एवं कतरास को अनुमंडल बनाने के लिए कई बार आंदोलन किये गये हैं. लेकिन हर बार धनबाद के साथ छल ही किया गया. यह हालत तब है जब गोविंदपुर एवं बाघमारा पहले भी अनुमंडल रह चुका है.
गोविंदपुर एवं कतरास में अनुमंडल के लायक सभी तरह की आधारभूत संरचना भी मौजूद है. एक ही अनुमंडल होने से धनबाद जिले के सुदूर वर्ती इलाका के नागरिकों को काफी परेशानी होती है. गोविंदपुर के अनुमंडल बनने से टुंडी, पूर्वी टुंडी, गोविंदपुर, बलियापुर, निरसा प्रखंड के नागरिकों को सहूलियत होगी. गोविंदपुर प्रखंड में रजिस्ट्री कार्यालय भी चल रहा है. कतरास या बाघमारा के अनुमंडल बनने से बाघमारा, तोपचांची प्रखंड के नागरिकों को सहूलियत होगी.