गंभीर स्थिति में मरीज को बचाया. महिला व नवजात अभी ठीक है. ऐसे में विभाग प्रोत्साहित करने की जगह उनसे स्पष्टीकरण मांग रहा है. किसी की जान बचाना गलती है, तो यह बार-बार करूंगा. अगर मैं दोषी हूं तो मुझे फांसी दे दें. उन्होंने कहा कि केंदुआडीह में महिला का ऑपरेशन डॉ सोमा (स्त्री रोग विशेषज्ञ) व डॉ राजकुमार (नि:श्चेतना) ने किया है. मरीज से परिचय होने के कारण मैं ओटी में था.
चिकित्सकों की मदद की. डॉ सुशील ने कहा कि इस मामले में सदर प्रभारी ने मुझसे स्पष्टीकरण मांगा है. लेकिन सुबह मीडिया के माध्यम से मुझे स्पष्टीकरण की जानकारी मिली. मुझ तक स्पष्टीकरण की कॉपी नहीं पहुंची, पर दूसरे चिकित्सक व मीडिया में यह कैसे आ गयी. डॉ कुमार ने कहा कि स्टेट आइएमए के चुनाव से ही एक वरीय महिला चिकित्सक परेशान कर रही हैं. चुनाव में महिला चिकित्सक ने गाली-गलौज की थी. इसके बाद मैंने पद से इस्तीफा दे दिया था. इसकी शिकायत भी मैंने उचित फोरम में की थी. अभी जो मामले चल रहे हैं, इसके पीछे भी वहीं हैं.