लगभग 26 करोड़ रुपये की लागत से इस योजना को पूरा किया गया है. तत्कालीन उपमुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस योजना का शिलान्यास वर्ष 2013 में किया था. नपं अध्यक्ष डब्लू बाउरी, उपाध्यक्ष वरुण दे, सभी पार्षद व कार्यपालक पदाधिकारी अरुण कुमार के लगातार प्रयास का परिणाम रहा कि योजना आज धरातल पर आने को तैयार है.
इसमें सांसद पीएन सिंह व विधायक अरुप चटर्जी का भी लगातार सहयोग मिलता रहा. नपं अध्यक्ष डब्लू बाउरी ने बताया कि सारी बाधाएं दूर करने के बाद योजना धरातल पर आ चुकी है.