इन सबकी मुख्य कंपनी पायोनियर इंफ्रा लिमिटेड है. सभी बिल्डर्स इस कंपनी से जुड़े हुए हैं. इन सबकी चार अन्य कंपनियां भी हैं. सूत्रों के अनुसार सभी कंपनियों का सालाना 10 लाख रुपये का टर्न ओवर दिखाया जा रहा था.
जांच के दौरान स्टॉक रजिस्टर वगैरह में भी गड़बड़ी पायी गयी. दुर्गापुर में भी पायोनिर इंफ्रा कंपनी की तरफ से बड़ा निवेश करने की सूचना मिली है. आयकर विभाग ने बिल्डर्स की पेशकश को जांच पूरी होने तक मानने से इनकार कर दिया है. सर्वे की कार्रवाई तो गुरुवार को पूरी हो गयी. लेकिन जांच अभी जारी रहेगी.