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स्कूली छात्राओं से वैन में अश्लील हरकत हंगामे के बाद चालक व सहयोगी गिरफ्तार

धनबाद: दिल्ली पब्लिक स्कूल की सातवीं कक्षा की छात्राओं के साथ स्कूल लाने-ले जाने के दौरान निजी वैन में छेड़खानी और अश्लील हरकत को लेकर सोमवार को जमकर हंगामा हुआ. मारपीट हुई और वैन का शीशा तोड़ दिया गया. मामला जब ऊपर तक पहुंचा तो सरायढेला थाना में एक छात्रा के पिता की शिकायत पर […]

धनबाद: दिल्ली पब्लिक स्कूल की सातवीं कक्षा की छात्राओं के साथ स्कूल लाने-ले जाने के दौरान निजी वैन में छेड़खानी और अश्लील हरकत को लेकर सोमवार को जमकर हंगामा हुआ. मारपीट हुई और वैन का शीशा तोड़ दिया गया.

मामला जब ऊपर तक पहुंचा तो सरायढेला थाना में एक छात्रा के पिता की शिकायत पर इको वैन (जेएच09सी-3428) के ड्राइवर मो डब्बू उर्फ सलीम (पिता मो गब्बार) व मीर अजहर (मो इलियास) धसका पट्टी झरिया (दोनों की उम्र लगभग 30 वर्ष) के खिलाफ भादवि का धारा 354, 34, पोस्को एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी. दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया. वैन झरिया के हसन अंसारी का है. इस बीच स्कूल प्रबंधन ने अभिभावकों को आश्वस्त किया कि संबंधित चालक अब स्कूल के किसी बच्चे को लाने-ले-जाने का काम नहीं करेगा.
मजबूर होकर छुड़वा दिया वैन : अभिभावकों ने इस वैन को बच्चियों को स्कूल पहुंचाने के लिए ठीक किया था. झरिया में रहने वाली डीपीएस की क्लास सेवेन की छात्राएं इससे आना-जाना करती थी. ड्राइवर अपने साथ अपने दोस्त मीर अजहर को भी लाता था. स्कूल आने-जाने के दौरान दोनों बच्चियों के साथ छेड़खानी और अश्लील हरकत करते थे. भय से बच्चियां घर में कुछ न कहतीं. अब ड्राइवर एक छात्रा के फेसबुक पर भद्दी-भद्दी बातें पोस्ट करने लगा. एक छात्रा ने अपने अभिभावक को मामले की जानकारी दी. अभिभावक ने वैन मालिक हसन को शिकायत की. चालक पर कार्रवाई करने के बजाय वैन उल्टे वैन मालिक ने उस अभिभावक से कहा कि अाप अपनी बच्ची को मत भेजे. अभिभावक ने वैन से अपनी बच्ची को स्कूल भेजना छोड़वा दिया. वह खुद स्कूल लेकर आते-जाते थे.
फेसबुक पर करता था गंदी बातें
छात्रा सातवीं कक्षा में पढ़ती है. उसके पिता ने बताया कि उनकी बच्ची पिछले छह-सात सालों से उस वैन से आना-जाना कर रही थी. यह नया चालक है, जिसे वाहन मालिक ने तीन-चार महीने पहले रखा था. वह मेरी बच्ची के साथ-साथ अन्य दो बच्चियों के साथ भी छेड़खानी करता था. स्कर्ट में हाथ लगाना, ताक-झांक करना उसकी आदत थी. चालक के पास हमारा मोबाइल नंबर भी होता है. कुछ दिनों से फेस बुक पर बेटी को भद्दी-भद्दी बातें लिख रहा था.
सरायढेला पुलिस के रवैये से आक्रोेश
थाना में तैनात एक एसआइ तथा एएसआइ सह ओडी पदाधिकारी वैन मालिक की बात को सुन अभिभावकों को ही धमकाने लगे. सरकारी कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाकर जेल भेजने की धमकी देने लगे. अभिभावकों को डंडा दिखाया जाने लगा. लोगों ने मामले की शिकायत फोन से भाजपा विधायक राज सिन्हा को की. राज सिन्हा ने एसएसपी को मामले की जानकारी दी. अभिभावक के साथ कुछ लोग मामले की शिकायत करने डीएसपी (लॉ एंड आर्डर ) नवल शर्मा से मिले. पुलिस पर वैन मालिक का पक्ष लेने व धमकी देने का आरोप लगाया. डीएसपी ने अभिभावकों की शिकायत पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया. लोगों ने पुलिस के रवैये पर असंतोष जताया है. मामले की शिकायत सीएम सचिवालय व एसएसपी से करने की बात कही है.
अभिभावक के खिलाफ भी एफआइआर
स्कूल वैन के मालिक हसन अंसारी की शिकायत पर अभिभावकों के खिलाफ सरायढेला थाना में केस दर्ज किया गया है. वैन में तोड़फोड़ करने का आरोप है.
फटकारने पर भिड़ गया छात्रा के अभिभावक से वैन चालक
सोमवार को छात्रा के पिता की नजर स्कूल के सामने खड़े वैन चालक सलीम पर पड़ी. वह गलत हरकत के लिए उसे फटकारने लगे. इस पर उल्टे सलीम व उसके साथी अजहर ने अभिभावक के साथ हाथापाई कर दी. यह देख वहां और अभिभावक जमा होने लगे. इसके बाद कुछेक अभिभावकों ने सलीम को दो-तीन तमाचा जड़ दिया. सलीम वहां से भाग खड़ा हुआ. थोड़ी देर में वह अपने दोस्तों को बैंक मोड़ के इलाके से बुलाकर ले आया और छात्रा के अभिभावक से मारपीट करने लगा. अभिभावकों की बड़ी भीड़ जुट गयी. अभिभावकों ने सलीम व उसके सहयोगियों को खदेड़ दिया. गुस्साये अभिभावकों ने मारुति इको वैन का शीशा तोड़ डाला. इसी बीच वैन मालिक भी पहुंच गया और अभिभावकों से बहस करने लगा. अभिभावकों ने मामले की शिकायत स्कूल प्रबंधन से की. यहां से दोनों पक्ष सरायढेला थाना पहुंचे. वैन मालिक अभिभावकों पर इशारा कर भला-बुरा कहने लगा. गुस्साये अभिभावक वैन मालिक और उसके साथ आये लोगों से भिड़ गये.
स्कूल पहुंचे वासेेपुर के 15-20 युवक
अभिभावकों के अनुसार चालक के साथी से मारपीट के बाद वासेपुर से 15-20 युवक स्कूल के पास पहुंचे थे. उन्होंने मारपीट के मकसद से छात्रा के पिता के बारे में पूछताछ की. कुछ अभिभावकों ने इसका विरोध किया. कहा कि पहले छेड़खानी और फिर गुंडई बर्दाश्त नहीं की जा सकती है. उनका कहना था कि यही वजह है कि सभी चालक का ब्योरा अभिभावक के साथ-साथ स्कूल के पास भी अनिवार्य रूप से हो. जो चालक या वाहन मालिक ब्योरा नहीं देते हैं, उनके वाहन से बच्चों को भेजना हम बंद करेंगे.

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