इस पुरस्कार के जरिये केंद्रीय मानव संसाधन विकास विभाग की कोशिश बच्चों एवं स्कूल से जुड़े सभी स्टेक होल्डर्स में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करना है. वर्ष 2016 में प्रतियोगिता में देश भर से 2.68 लाख स्कूलों ने भाग लिया था. इसमें 643 स्कूलों को राज्य स्तरीय एवं 172 स्कूलों को राष्ट्र स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
Advertisement
स्वच्छता पर परखे जायेंगे निजी व सरकारी स्कूल
धनबाद. स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय के तहत निजी एवं सरकारी स्कूलों को परखा जायेगा. साथ ही उन्हें स्वच्छता पुरस्कार भी दिये जायेंगे. इसकी शुरुआत पिछले वर्ष 2016 में हुई थी. इसके तहत प्रारंभिक एवं मध्य विद्यालयों में स्वच्छता एवं उससे संबंधित आदतों को देखा जाता है. पुरस्कार जिला, राज्य एवं राष्ट्र स्तर पर दिये जाते […]
धनबाद. स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय के तहत निजी एवं सरकारी स्कूलों को परखा जायेगा. साथ ही उन्हें स्वच्छता पुरस्कार भी दिये जायेंगे. इसकी शुरुआत पिछले वर्ष 2016 में हुई थी. इसके तहत प्रारंभिक एवं मध्य विद्यालयों में स्वच्छता एवं उससे संबंधित आदतों को देखा जाता है. पुरस्कार जिला, राज्य एवं राष्ट्र स्तर पर दिये जाते हैं.
कराना होगा पंजीयन : प्रतियोगिता के लिए स्कूलों को वेबसाइट mhrd.gov.in पर जाकर खुद का ऑनलाइन पंजीयन कराना होगा. इसके बाद स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के लिंक पर जाकर निर्धारित सूचनाएं अंकित करनी होगी. इसके अलावा स्कूल गूगल प्ले स्टोर से स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार 2017-18 का मोबाइल एप्प भी डाउनलोड कर सकते हैं. सूचनाएं अंकित करने में स्कूलों को एक से पांच स्टार दिये जाते हैं. इससे पहले स्कूलों का भौतिक सत्यापन भी किया जाता है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement