घायल महिला काे लेकर अस्पताल घूमते रहे पति और पुत्र, नहीं मिला इलाज, तोड़ा दम

टुंडी: टुंडी की 35 वर्षीया पुष्पा देवी मंगलवार को व्यवस्था की नाकामियों की शिकार हो गयीं. सड़क दुर्घटना में बुरी तरह घायल पुष्पा ने समय पर इलाज नहीं मिलने के चलते अपने पति व पुत्र की नजरों के सामने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया. पति-पुत्र कलप कर रह गये. टुंडी से लेकर धनबाद तक डॉक्टरों-कर्मियों […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 23, 2017 10:22 AM
टुंडी: टुंडी की 35 वर्षीया पुष्पा देवी मंगलवार को व्यवस्था की नाकामियों की शिकार हो गयीं. सड़क दुर्घटना में बुरी तरह घायल पुष्पा ने समय पर इलाज नहीं मिलने के चलते अपने पति व पुत्र की नजरों के सामने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया. पति-पुत्र कलप कर रह गये. टुंडी से लेकर धनबाद तक डॉक्टरों-कर्मियों से आरजू-मिन्नत का कोई लाभ नहीं हुआ.
अत्यधिक रक्तस्राव पुष्पा की मौत का कारण बना. परिजन की मानें, तो समय पर प्राथमिक उपचार मिलने पर घायल की जान बच सकती थी. टुंडी स्थित सीएचसी और धनबाद केंद्रीय अस्पताल ने रेफर कर अपना कर्तव्य पूरा कर लिया. पुष्पा देवी आज पूर्वाह्न 11 बजे अपने पति संतोष कुमार कुशवाहा के साथ बाइक पर धनबाद जा रही थीं. संतोष टुंडी के रहनेवाले हैं. वह गिरिडीह जिला के ताराटांड़ में भारतीय स्टेट बैंक का सेवा केंद्र का संचालन करते हैं. कमलपुर से गुजरते समय दंंपती सड़क में बने गड्ढे का शिकार हो गया. सड़क में बने गड्ढे में बाइक के पड़ते ही पुष्पा उछल कर सिर के बल गिर गयी. उन्हें सिर के पिछले हिस्से में गंभीर चोट आयी.
सड़क निर्माण कंपनी भी दोषी : कमलपुर मुख्य मार्ग पर आये दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं. बावजूद, न विभाग सबक ले रहा है, न जनप्रतिनिधि दिलचस्पी ले रहे हैं. टुंडी प्रखंड की चिकित्सा व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हो रहा है. पुष्पा की मौत के लिए सड़क निर्माण कंपनी भी कम उत्तरदायी नहीं है. उसने जगह-जगह पुलिया बनाकर यूं ही छोड़ दिया है, जो जानलेवा साबित हो रही है.
सामुदाियक स्वास्थ्य केंद्र में नहीं थे डॉक्टर
मुख्य सड़क पर पुलिया के गड्ढे में गिर कर बुरी तरह घायल पुष्पा को तत्काल टुंडी स्थित सीएचसी लाया गया. वहां कोई डाॅक्टर मौजूद नहीं था. इस कारण प्राथमिक उपचार नहीं हो सका. इसके बाद परिजन पुष्पा को लेकर सेंट्रल अस्पताल, धनबाद पहुंचे. वहां के डॉक्टरों ने इलाज करने की बजाय बोकारो जेनरल हाॅस्पिटल रेफर कर दिया. वहां पहुंचने पर महिला को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. परिजन का आरोप था कि अगर टुंडी में डाॅक्टर उपलब्ध होता और प्राथमिक उपचार मिलता तो शायद पुष्पा देवी की जान बच जाती.

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